नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब कुछ दिनों का समय बचा है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी कर रहे हैं. मंगलवार को कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र का ऐलान किया. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र का नाम ‘हम निभाएंगे’ रखा है.

इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम मंच पर मौजूद हैं. इस कार्यक्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार , एमपी के सीएम कमलनाथ समेत कई दिग्गज नेता भी मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि, कांग्रेस इस घोषणा पत्र को बनाने के लिए लाखों लोगों की राय ली है. जिसके बाद इसे तैयार किया गया है.

 आइए हम आपको बताते हैं इस घोषणापत्र की मुख्य बातें

1- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ‘हम निभाएंगे’ वाले कांग्रेस के घोषणापत्र में 5 मुख्य बिंदु हैं. जो कि हमारे हाथ के चुनाव चिन्ह को रिप्रेजेंट करता है. राहुल गांधी अपनी ‘न्याय’ योजना पर बात करते हुए कहा कि, 72,000 रुपये हर साल हम देश की जनता के खाते में डाल सकते हैं. गरीबी पर वार हर साल 72 हजार. एक साल में 72 हजार, 5 साल में 3.60 लाख. किसानों और गरीबों की जेब में सीधा पैसा जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी करके देश की अर्थव्यवस्था को जाम किया, वह इससे खत्म हो जाएगा.

2- हमारा दूसरा थीम रोजगार है. देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. दो करोड़ रोजगार नहीं मिले, 22 लाख सरकारी रोजगार, उनको कांग्रेस मार्च 2020 तक भरकर दे देगी. 10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोजगार देगी. तीन साल के लिए देश के युवाओं को बिजनस खोलने के लिए किसी से कोई इजाजत नहीं लेनी होगी. वहीं मनरेगा के सौ दिन के रोजगार को बढ़ाकर 150 दिन करने का ऐलान किया है. मनरेगा को 150 दिन गारंटीड करना चाहते हैं.

3- किसान की बात भी हमारे घोषणापत्र की तीसरी सबसे बड़ी थीम है. एक अलग किसान बजट होना चाहिए. जैसे रेल के लिए अलग बजट होता था, वैसे ही किसानों के लिए भी अलग से बजट होगा ताकि देश के किसान को मालूम होना चाहिए कि उसको कितना पैसा मिल रहा है, उसकी एमएसपी कितना बढ़ाई जा रही है. घोषणापत्र में हमने निर्णय लिया है कि किसान अगर कर्जा ना चुका पाए तो वह आपराधिक मामला नहीं हो बल्कि वह सिविल मामला हो.

4-  घोषणापत्र की चौथी बड़ी थीम शिक्षा है. कांग्रेस सरकार में आती है तो शिक्षा में जीडीपी का 6 प्रतिशत पैसा देश की शिक्षा में दिया जाए। देश में शिक्षण संस्थानों को और बेहतर बनाए जाएंगे.

5- गरीब से गरीब व्यक्ति को सबसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इसकी भी व्यवस्था की जाएगी. कांग्रेस की सरकार आने पर. कांग्रेस पार्टी देश को जोड़ने का काम करेगी. नेशनल और इंटरनल पॉलिसी पर हमारा सबसे ज्यादा जोर रहेगा.