रायपुर. राज्य सरकार ने हड़ताली शिक्षाकर्मियों के ऊपर कार्रवाई करने की शुरुआत कर दी है. सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया है वहीं 220 शिक्षाकर्मियों का तबादला उनके मूल जिले में कर दिया है. इसकी शुरुआत राजधानी रायपुर से हुई है. जिला पंचायत सीईओ नीलेश कुमार क्षीरसागर ने जिला पंचायत रायपुर क्षेत्रांतर्गत ग्रामीण शालाओं में कार्यरत पांच शिक्षक (पं.) को छत्तीसगढ़ शिक्षक (पंचायत) संवर्ग भर्ती एवं सेवा की शर्त नियम 2012 के तहत सेवा से बर्खास्त कर दिया है.
जिन शिक्षक (पं.) को बर्खास्त किया गया है उनमें अभनपुर विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला झांकी में पदस्थ सहायक शिक्षक (पं.) जितेन्द्र सिन्हा, तिल्दा विकासखंड के शासकीय हाईस्कूल सतभावा में पदस्थ व्याख्याता पंचायत संदीप नागपुरे, धरसींवा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला गिरौद में पदस्थ शिक्षक (पं) पवन सिंह ठाकुर तथा शासकीय हाईस्कूल सांकरा में पदस्थ व्याख्याता (पं) गुरजीत सिंह एवं आरंग विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खमतराई में पदस्थ शिक्षक (पं) हरीश दीवान शामिल है.
शासन के निर्देशानुसार एक वर्ष के भीतर अन्य जिलों से स्थानांतरित होकर रायपुर जिला आए 220 शिक्षाकर्मियों को मूल जिले में वापस भेजने की कार्यवाही की गई है. इसी तरह वर्ष 2012 में आंदोलनरत शिक्षक (पं.) के 739 शिक्षक (पं) को निलंबित किया गया था. निलंबन पश्चात इन 739 शिक्षक (पं.) द्वारा संभागायुक्त के समक्ष भविष्य में आंदोलन न करने के लिए हलफनामा देकर पुनः सेवा में बहाल हुए थे. वर्तमान में इन 739 शिक्षक (पं.) के आंदोलन में शामिल होने पर इन्हे आगामी 27 नवम्बर सोमवार 12 बजे तक सेवा में उपस्थित होने को कहा गया है. निर्धारित समयावधि व तिथि को यदि सेवा में वापस नही आते तो इनके विरूद्ध भी तत्काल बर्खास्तगी की कार्यवाही की जायेगी.