सत्यपाल राजपूत, रायपुर। पांच करोड़ की लागत से राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब में बनाये गए म्यूजिकल फाउंटेन कबाड़ में तब्दील हो गया है. इसका निर्माण नगर पालिका निगम रायपुर एवं स्मार्ट सिटी के तहत किया गया है. निर्माण के बाद फाउंटेन का शुभारंभ 1 नवंबर को किया गया. लेकिन शुभारंभ के दो माह में कई बार रिपेयरिंग एवं एक्सटेशन के नाम पर बंद कर दी गई. अब फिर 15 दिन के लिए बंद कर दी गई है, जिसको लेकर सवाल उठ रहा है. कहा जा रहा है कि जब फाउंटेन तैयार ही नहीं था तो शुभारंभ क्यों किया गया. वहीं भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि सौंदर्यीकरण के नाम पर जमकर कमिश्नखोरी की गई.

सांसद सुनील सोनी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये भ्रष्टाचार का प्रमाण है. टेंडर में भी पारदर्शिता नहीं है, इसमें जांच होनी चाहिए. अधिकारियों को आगे आकर जांच करना चाहिए. कोई भी विकास कार्य होता है तो उनका हस्ताक्षर होता है. आगे जांच होगी तो अधिकारी चपेट में आएंगे.

सांसद ने कहा कि हम रायपुर के विकास विरोधी नहीं है, लेकिन पैसा सही जगह पर लगे, लेकिन जनता का पैसा बर्बाद करेंगे तो सवाल उठेगा ही. केंद्र से राज्य के विकास के लिए राशि जारी होती है लूट के लिए नहीं. इस पर तो जांच होनी चाहिए औऱ जिम्मेदारों को तो छोड़ना नहीं चाहिए, सभी जाकर वहां फोटो खिचवाएं है, स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र सरकार राज्य को पैसा देती है, राज्य सरकार को जारी राशि का सद्उपोग करना चाहिए. इस भ्रष्टाचार में बिल्कुल राज्य सरकार जांच करें, जांच नहीं होने पर सवाल उठाया जाएगा.

महापौर एजाज ढेबर ने कहा है कि सांसद स्वयं स्मार्ट सिटी के अधीक्षक है लेकिन शिलान्यास से लेकर उद्घाटन तक एक बार देखने तक नहीं आए. बार बार बुलाए फिर भी नहीं पहुंचे, किसी के कहने पर सवाल उठा रहे हैं. आरोप लगाने के लिए आगे आ रहे हैं ये गलत बात है.

महापौर ने कहा कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. नियमानुसार ही काम हुआ है, जो बार बार बंद हो रहा है. ये एक्सटेशऩ काम के लिए है, अभी सिर्फ दो राउंड शो हो रहा था, होना 10 राउंड का है, इसलिए शो को बढ़ाने के लिए बंद किया जा रहा है. जैसे पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगा फिर बंद नहीं होगा.