रायपुर. कोरोना का बढ़ता केस अब डराने लगा है. हर रोज कोरोना के नए केस में इजाफा देखने को मिल रहा है. नए मामले को बढ़ता देख कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाई जा रही है. प्रदेश में भी आज से स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाना शुरू कर दिया है.
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बता दें कि सभी 60 वर्ष और उससे अधिक जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं उन्हें बूस्टर डोज दी जा रही है. हालांकि उन ही लोगों को कोरोना का तीसरा टीका लगाया जा रहा है, जिन्हें कोरोना की वैक्सीन लगवाए 9 महीने बीत चुके हैं. वैक्सीन लगावाने के लिए 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले लोगों को किसी भी प्रकार का दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि बूस्टर डोज लगवाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने कहा गया है.
सभी हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 से साल के ऊपर वाले लोगों के लिए बूस्टर डोज की उपलब्धता कोविन पोर्टल के माध्यम से होगी.
जानकारी के अनुसार अगर किसी हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर की कोविन पोर्टल पर उसकी कैटेगिरी सिटिजन होगी तो उसे हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में परिवर्तन करवाना होगा. उसके बाद ही बूस्टर डोज के लिए पात्र होंगे. कैटेगिरी बदलवाने के लिए लाभार्थी को एम्लाईमेंट प्रमाण पत्र देना होगा.
यह व्यवस्था सिर्फ सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर में ऑनसाइट माध्यम के रूप में उपलब्ध रहेगा, जिसे बूस्टर डोज लेने के समय उपयोग किया जा सकेगा. बूस्टर डोज लेने के लिए पात्र लाभार्थियों को एसएमएस भेजा जाएगा. बूस्टर डोज लगवाने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन टीकाकरण सेंटर में जाकर पंजीयन करवा सकते हैं. कोरोना की बूस्टर डोज लेने के बाद पहले की तरह ही कोविन पोर्टल से ही वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट डाउनलोड किया जा सकेगा.
कलेक्टर ने लगाया बूस्टर डोज
हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स के बूस्टर डोज की शुरुआत हो गई. आज कलेक्टर छीरसागर और कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने भी जिला अस्पताल में बूस्टर डोज लगवाया है. कोविड आइसोलेशन मेडिकल प्रभारी डॉ. रश्मि भुरे ने भी बूस्टर डोज लगवाया है. सीएमएचओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने भी बूस्टर डोज लगवाया है.
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