वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। दिवाली के मौके पर मिठाइयों में मिलावट और नकली खोवे के इस्तेमाल की संभावनाओं को देखते हुए बिलासपुर जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने एक व्यापक निरीक्षण अभियान शुरू किया है। कलेक्टर संजय अग्रवाल और नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निर्देश पर जिले की डेढ़ दर्जन से अधिक मिठाई दुकानों पर अचानक निरीक्षण किया गया।

इन दूकानों से लिये गए सैंपल
बता दें कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी अविषा मरावी और अंकित गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने हरिओम स्वीट्स, तखतपुर से बुंदी लड्डू और काजू बरफी, सत्यम स्वीट्स, तखतपुर से रोल बरफी, रायल स्वीट्स, राजेन्द्र नगर से बेसन पात्रा, महेश स्वीट्स, तारबाहर से काला जामुन, बेकर्स फर्म, तारबाहर से मथुरा पेडा और दिल्ली स्वीट्स, रिंग रोड बिलासपुर से गोंद लड्डू के नमूने संकलित किए। ये सभी नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजे गए हैं, जहां उनका परीक्षण और विश्लेषण किया जाएगा।
इसके अलावा टीम ने मनोज स्वीट्स, मुगेली नाका, महामाया स्वीट्स, मुंगेली नाका और सूर्या रॉयल स्वीट्स, पुराना बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया। इन दुकानों में मिलावट की आशंका के आधार पर सघन जांच की गई।
खाद्य विभाग ने बताया कि राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने मोबाइल खाद्य प्रयोगशाला वाहन (मोबाइल वैन) के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्थित अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों की मौके पर ही जांच भी शुरू कर दी है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वे खरीदते समय मिठाई की गुणवत्ता पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध सामग्री के मामले में तुरंत शिकायत करें। विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि दीपावली के दौरान नकली खोवा और गुणवत्ता रहित मिठाई की बिक्री से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।यह अभियान जिले में निरंतर जारी रहेगा और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सभी कदम उठाए जाएंगे।
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