जमुई। शादी समारोह में बने बचे हुए पकवान खाने के बाद जमुई जिले के संग्थू गांव में एक ही परिवार के 8 बच्चे अचानक बीमार हो गए। बच्चों को उल्टी-दस्त और चक्कर की शिकायत के बाद आनन-फानन में सभी को जमुई सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने सभी बच्चों की स्थिति स्थिर बताई है और कहा है कि वे अब खतरे से बाहर हैं।
रविवार को खाया गया बचा खाना
घटना सदर प्रखंड के संग्थू गांव की है, जहां मोहम्मद असलम के यहां शनिवार को शादी समारोह का आयोजन हुआ था। बच्चों की मां सलमा खातून ने जानकारी दी कि शादी में ‘रहम मलीदा’ और रोटी जैसे पारंपरिक पकवान बनाए गए थे। शनिवार को खाना बनने के बाद जो भोजन बच गया, उसे रविवार की दोपहर बच्चों ने खाया। खाना खाने के कुछ ही देर बाद बच्चों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उन्हें तुरंत सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका तत्काल इलाज शुरू किया गया।
बीमार बच्चों की पहचान हुई
बीमार हुए बच्चों की पहचान इस प्रकार की गई है – मुस्कान (6 वर्ष), अलतसा (4 वर्ष), वाकिफ (6 वर्ष), अलवीरा (13 वर्ष), अफरोज (20 वर्ष), जीशान (12 वर्ष), सोनम (7 वर्ष) और एक अन्य बच्चा। इनमें से शुरुआत में एक बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही थी, हालांकि अब सभी की स्थिति सामान्य है।
खतरे से बाहर हैं सभी बच्चे
जैसे ही बच्चों के बीमार होने की सूचना मिली, जमुई सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद स्वयं अस्पताल पहुंचे और इलाज की निगरानी की। उन्होंने बताया कि समय रहते बच्चों को अस्पताल लाए जाने के कारण स्थिति नियंत्रण में रही। सभी बच्चों का इलाज जारी है और उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है।
खाद्य विषाक्तता की आशंका
प्रारंभिक तौर पर डॉक्टरों ने घटना को खाद्य विषाक्तता (Food Poisoning) का मामला माना है। बासी या खराब हो चुके भोजन को दोबारा गर्म करके खाने से इस प्रकार की समस्याएं सामने आती हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बचे हुए खाने को उपयुक्त ढंग से रखें और दोबारा खाने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच जरूर करें।
गांव में दहशत का माहौल, परिजन सशंकित
घटना के बाद संग्थू गांव में तनाव और दहशत का माहौल है। एक ही परिवार के इतने बच्चों के एक साथ बीमार पड़ने से गांववाले सकते में हैं। फिलहाल सभी की निगाहें अस्पताल से आने वाले ताज़ा अपडेट पर टिकी हैं।
खाद्य सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह घटना ग्रामीण इलाकों में खाद्य सुरक्षा को लेकर लापरवाही की एक और बानगी है। शादी-ब्याह जैसे आयोजनों में भोजन की गुणवत्ता और भंडारण पर ध्यान देना जरूरी है वरना इस तरह की घटनाएं गंभीर रूप ले सकती हैं।
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