रमेश सिन्हा, पिथौरा. समाज कल्याण विभाग की ओर से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिसके चलते पिछले 6 महिने से करीब 50 से ज्यादा बुजुर्ग महिला पुरूषों को वृद्धा पेंशन की राशि का भुगतान नहीं किया गया है. इसके लिए ये बुजुर्ग बार बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट चुके है. इन वृद्धों की पीड़ा न तो अधिकारियों को दिख रही है और नहीं जनप्रतिनिधियों को. बता दें कि पिथौरा नगर पंचायत मे कुल 567 वृद्धा पेंशन धारियों को पेंशन मिलता है,लेकिन पिछले 6 महिने से 50 पेंशन धारियों को पेशन नहीं मिला है.
पूरा मामला पिथौरा नगर पंचायत क्षेत्र का है, जहां अलग अलग वार्डो में रहने वाले करीब 50 वृद्ध महिला पुरुषों को वृद्धा पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है. जिसे लेकर ये सभी बुजुर्ग पिछले 6 महिने से पिथौरा नगर पंचायत का चक्कर काट रहे है. आलम यह है कि उम्र की इस दहलीज पर पहुंच चुके ये बुजुर्ग अब पेंशन के लिये सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर थक चुके है. बावजूद इसके उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है.
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर बुजुर्ग महिला पुरूषों को वृद्धा पेंशन के रूप में 300 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की राशि दी जाती है. इस राशि का आबंटन समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाता है. आबंटन होने के बाद इस राशि का भुगतान ग्राम पंचायत के माध्यम से पेंशन धारियों को बैंक खातों में किया जाता है. जो अब तक इन बुजुर्गो के खातों में नहीं पहुंच सका है. इस मामले को लेकर पंचायत विभाग अब तक कई पत्र समाज कल्याण विभाग को लिख चुका है. लेकिन उसके बाद भी बुजुर्गो की समस्या जस की तब बनी हुई है.
इन बुजुर्गों ने पेंशन नहीं मिलने की शिकायत नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अध्यक्ष से भी की है. जिस पर उन्होंने समाज कल्याण विभाग की लापरवाही बताते हुए मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया.
बता दें कि जिन बुजुर्गो को यह पेंशन की राशि दी जाती है उनकी आर्थिक काफी कमजोर होती है. पेंशन के सहारे ही इनकी जीविका चलती है, लेकिन पिछले 6 महिने से पेंशन न मिलने के कारण ये वृद्ध दाने दाने को मोहताज हो गये है. जिससे उनकी हालत बद से बत्तर हो गई है.