कुत्ता पागल हो जाए तो उसे गोली मारी जाती है. ये गुस्सा पुलवामा आतंकी कुमार विश्वास ने जाहिर करते हुए अपने ट्वीटर अकाउंट में लिखा है. देश में हर किसी के भीतर गुस्सा है, लोग इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि देश बनाएं या फिर बेटों की लाश ढोयें.
कुत्ता पागल हो जाए तो गोली मारी जाती है
कुमार विश्वास ने ट्विटर पर कविता के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की, उन्होंने लिखा”देश बनाएँ या फिर अपने बेटों की लाशें ढोयें ? इसी कश्मकश में हर जीती बाज़ी हारी जाती है ! एक बात ये दिल्ली वाले आख़िर किस दिन समझेंगे ? कुत्ता पागल हो जाए तो गोली मारी जाती है..!” बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद कुमार विश्वास लगातार एक के बाद एक कार्यक्रम के जरिए शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. उन्होंने दिल्ली, इंदौर सहित अन्य शहरों में आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
बिना मसले, मसले का हल नहीं
इससे पहले विश्वास ने लिखा था कि ऐसे हमलों के बाद जिस गंभीर विमर्श की देश को ज़रूरत होती है उसे कुछ चीख़-प्रिय मीडिया मीडियोकर और सुबक-सुबक वादी कविनुमा चिंतक नष्टभ्रष्ट कर देते हैं ! जोश अगर होशहीन हो तो कामयाब नहीं हो सकता ! हम पर हमला गंभीर है तो क्रोघ को उर्जा बनाना होगा,होश में और वो भी लंबे समय तक,लगातार. जिस तरह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालने की बात कही थी उसपर विश्वास ने कहा कि इमरान खान सही कह रहे हैं कि “बातचीत से सब मसले सही हो जाते है” बस ये पाकिस्तान ही है जो बिना “मसले” कभी सही नहीं होता.
केंद्रीय मंत्री पर निकाला गुस्सा
पुलवामा आतंकी हमले के बाद जिस तरह से शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह पहुंचे थे और उनके ठहाके लगाने की तस्वीर सामने आई थी, उसपर विश्वास ने जमकर गुस्सा निकाला था. उन्होंने लिखा था कि प्रधानमंत्री @narendramodi जी ! क्या ज़रूरी है कि ऐसे मंत्रीगण जाँबाज़ शहीदों के शवों पर ठहाके लगाने के लिए भेजे ही जाएं ? आप इन नमूनों से कहिए अपने सरकारी बंगलों में मगन रहें, देश अपने शौर्य शहीदों का शोक स्वाभिमान के साथ स्वयं मना लेगा.