Force Feeding Effects on Children : जिनके छोटे बच्चे होते हैं उनके पेरेंट्स से अक्सर आपने ये बात जरूर सुनी होगी कि हमारा बच्चा खाना नहीं खाता. अक्सर माता-पिता इस बात को लेकर परेशान रहते हैं, और हर वक़्त बच्चों को कुछ न कुछ खिलाने की कोशिश में लगे रहते हैं. हालांकि जब बच्चे छोटे होते हैं, तो उन्हें पोषण न्यूट्रिशियन की ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि इसे से बच्चे का शारिरिक एयर मानसिक विकास अच्छे से होता है. पर इस चक्कर में पेरेंट्स बच्चों को फोर्स फीडिंग कराने लगते हैं, जो उनके लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदायक साबित होता है.

आइए जानते हैं क्या है फोर्स फीडिंग और इसका बच्चों पर क्या असर होता है.

बच्चे होने लगते हैं चिड़चिड़े (Force Feeding Effects on ChildrenForce Feeding Effects on Children )

बच्चे हों या बड़े किसी के साथ भी अगर आप जबरदस्ती करेंगे तो उनमें चिड़चिड़ा पन आना स्वाभाविक है. अगर बच्चे को मन नहीं है ये भूख नहीं है और जबरदस्ती खाना खिलाया जा रहा है तो बच्चे चिड़चिड़े और जिद्दी होने लगते हैं.

हो सकते है मोटापे के शिकार

बच्चे को पेट भरने के बाद भी अगर हम जबरदस्ती करके खिलाते जाएंगे तो बच्चे ओवर ईटिंग का शिकार हो सकते है और ये मोटापा बढ़ने का कारण भी बन सकता है. जिससे एनोरेक्सिया, बुलिमिया जैसे ईटिंग डिसऑर्डर भी हो सकते हैं.

डाइजेशन खराब

बच्चे को जब बिना भूख जबरदस्ती खाना खिलाया जाता है तो बच्चे खाने को चबाने के बजाय निगलने लगते हैं.और कई बार तो बच्चा उल्टी करके सब बाहर निकाल देता है. इस तरह खिलाया हुआ खाना बच्चे की body को लगता भी नहीं है और उसका डाइजेशन सिस्टम खराब होने लगता है.

दिमाग पर पड़ता गलत असर

अक्सर देखा जाता है कि कुछ पेरेंट्स बच्चों को चॉक्लेट या खिलौने के लालच देकर खाना खिलाते हैं, जो कि बहुत गलत बात है. इस तरह करने पर भी बच्चों के दिमाग पर गलत असर पड़ता है और उनके मन में ये भावना आने लगती है कि किसी भी काम को करने के लिए उन्हें उनकी पसंद की चीज मिलेगा तभी करेंगे.

इस तरह खिलाएं खाना

  • अगर आपका बच्चा खाने में आना कानी करता है तो उसे एक बार में बहुत ज्यादा ख़िलाने की कोशिश न करें. बल्कि थोड़ी-थोड़ी देर में खिलाते रहें
  • बच्चा अच्छे से खाना खाए इसके लिए खुद बच्चे के साथ बैठकर खाएं.
  • अगर बच्चा एक ही तरह का खाना रोज रोज खाएगा तो जरूर उब जाएगा. इसलिए कोशिश करें उन्हें वैरायटी परोसने की.