नई दिल्ली। भारत में जापान और कोरिया को छोड़ बाकी देशों की कारें – एसयूवी अपने पांव नहीं जमा पा रही है, लिहाजा कंपनियों को अपना कामकाज समेटना पड़ रहा है. ताजा मामला अमेरिकी कंपनी फोर्ड का है, जिसने भारत में गाड़ियों का उत्पादन बंद करने का निर्णय लिया है. लेकिन अपने उपभोक्ताओं को स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई के साथ सर्विस और वारंटी को निभाने का वादा किया है.
अमेरिकी कंपनी फोर्ड ने 2021 की चौथी तिमाही में अपने गुजरात के सानंद स्थित असेंबली प्लांट को बंद करने की है, इसके बाद 2022 की दूसरी तिमाही में चेन्नई स्थित गाड़ी और इंजन निर्माण प्लांट को बंद करने की घोषणा की है. कंपनी ने बीते दस सालों के दौरान 2 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान उठाने के बाद यह निर्णय लिया है.
फोर्ड ने इसके साथ ही डीलर के पास मौजूद फिगो, एस्पायर, फ्रीस्टाइल, इकोस्पोर्ट और इंडेवर की बिक्री होने के बाद आपूर्ति नहीं करेगी. इसके साथ ही आयात के जरिए गाड़ियों की बिक्री करेगी, इनमें मस्तांग कूप शामिल है.
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फोर्ड इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और अध्यक्ष अनुराग मेहरोत्रा ने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि फोर्ड भारत के अपने ग्राहकों का बराबर ध्यान रखेगी. फोर्ड इंडिया के डीलरों के साथ संबंध को बरकरार रखते हुए कंपनी लंबे समय तक उनके साथ जुड़े रहेगी. हम अपने ग्राहक, कर्मचारियों, यूनियन, डीलर और सप्लायर्स के हितों का ध्यान रखेंगे, जो इस प्रक्रिया से प्रभावित हो रहे हैं.
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