रायपुर। वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर वन विभाग राज्य भर में वनों में अवैध शिकार, लकड़ी की कटाई और अवैध परिवहन पर रोकथाम सहित वनों की सुरक्षा के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है. इस तारतम्य में शनिवार को वन परिक्षेत्र महासमुंद के अंतर्गत चीतल के शिकार में ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा तथा सिरगिड़ी के पांच आरोपियों को वन तथा पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई.

अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरुण पाण्डेय ने बताया कि मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर संयुक्त टीम द्वारा तीन अक्टूबर को सुबह 9 बजे ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा के मुख्य अभियुक्त बसंत वल्द नीलू खड़िया के घर जाकर गहन तलाशी ली गई. मौके पर शिकार में करंट लगाने के लिए प्रयुक्त दो बंडल जीआई तार तथा चीतल की खोपड़ी, जबड़ा और गर्दन की हड्डी जब्त की गई. मुख्य अभियुक्त से पूछताछ के आधार पर अन्य चार आरोपियों में से ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा के तोरण वल्द मंगलू खड़िया, चंदूराम वल्द बुधराम धु्रव और ग्राम सिरगिड़ी के हरिचंद वल्द बड़कू साहू तथा लोकू वल्द केजउ दीवान को भी गिरफ्तार कर वन अपराध प्रकरण के तहत कार्रवाई की गई. उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए सभी पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

मुख्य वन संरक्षक रायपुर जेआर नायक ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान वनमण्डलाधिकारी महासमुंद मयंक पाण्डेय के निर्देशानुसार गठित विभागीय टीम में उप वनमण्डलाधिकारी एसएस नाविक सहित वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश चौबे, नवीन कुमार शर्मा, रूपेश कन्नौजे तथा नीलकंठ साहू आदि विभागीय अमले का सराहनीय योगदान रहा है.