इमरान खान,खंडवा। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह का बड़ा बयान सामने आया है. वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि चीतों की मौत का मुख्य कारण अधिक तापमान रहा है. खंडवा प्रवास के दौरान मंत्री विजय शाह ने कहा कि किसी भी चीते की मौत भूख या एक्सीडेंट से नहीं हुई है. किसी भी चीते की मौत के पीछे हमारी लापरवाही भी सामने नहीं आई है. वन मंत्री ने कहा कि चीतों का सरवाइव ऑल रेट 50% है. जल्दी ही कुछ चीतों को दूसरे क्षेत्रों में शिफ्ट किया जाएगा.

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विश्व स्तर के वन्य प्राणी विशेषज्ञों की निगरानी में अफ्रीका और नामीबिया जैसे देशों से चीते लाए गए थे. दुनिया में ये पहली बार हुआ की चीते एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप गए हो. प्रयास करना बुरी बात नहीं है. हमने हर तरह से चीजों का ध्यान रखा है. एक-एक चीते पर एक एक गाड़ी सुबह शाम लगी है, जो पूरा इनको मॉनिटरिंग करती है. एक मंत्री से ज्यादा सुरक्षा हमने इन चीजों को दे रहे हैं.

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फिलहाल देश ही नहीं विश्व स्तर के वन्य प्राणी विशेषज्ञों की निगरानी में है. जब ज्यादा लोग हो जाते है, तो देख रेख करने के लिए कई बार मुझे ऐसा लगता है कि हमारे जो लोकल सुझाव उसको उचित महत्व नहीं दिया जाता है. लेकिन ठीक है हम विशेषज्ञ नहीं है. इसलिए हमें इस पर बोलना ठीक नहीं होगा. बता दें कि कूनो नेशनल पार्क से पिछले कुछ महीनों से लगातार चीतों की मौत की खबरें आ रही है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए आठ चीतों को जंगल में छोड़ा था. आठ नामीबिया और 12 चीता दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे. इसके साथ ही मादा चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया था. इनमें सभी शावकों की मौत हो गई है. साथ ही पांच बड़े चीतों की मौत हो गई है. इस तरह अब तक 9 चीतों की मौत हो चुकी है. कूनो नेशनल पार्क में अभी 14 चीते बचे हैं.

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