शब्बीर अहमद,भोपाल। कूनो नेशनल पार्क में लगातार चीतों की मौत होने के कारण केंद्र व राज्य सरकार चीता एक्शन प्लान पर कायम रहेगी। जिसके चलते वर्षाकाल में चीते बाड़ों में ही रखे जाएंगे। चीता एक्शन प्लान में स्पष्ट है कि 1 साल में 50% चीते जिंदा बचते है तो परियोजना मानी जाएगी सफल।

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वन अधिकारी ने बताया कि अगली सदी तक स्थिति पहले से बेहतर होगी। यहां पैदा होने वाले शावक जब तक 1 साल के हो जाएंगे तो परियोजना सफलता की और बढ़ेगी। इसीलिए एक्शन प्लान के अनुसार चिता परियोजना पर काम किया जाएगा।

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वहीं वन अधिकारी ने बताया कि, वर्षाकाल में सभी चीतों को कालर आईडी हटाकर बाड़ों में रखा जाएगा। सर्दी के मौसम में एक बार फिर उन्हें खुले जंगल में छोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।

केंद्रीय वन एवं पर्यटन मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने बयान में पहले ही साफ कर चुके थे कि ना तो सरकार चीता परियोजना से पीछे हटेगी और ना ही कोई परिवर्तन किया जाएगा। चीतों को कहीं और शिफ्ट करने की बात से भी पर्यटन मंत्री मना कर चुके हैं।

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