प्रमोद कुमार, कैमूर। भाजपा के लिए भी कैमूर में खतरे की घंटी बजने लगी है। चैनपुर और मोहनियां के पूर्व विधायक बृज किशोर बिंद और निरंजन राम ने बीजेपी को अलविदा कह कर राजद का दामन थाम लिया है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में दोनों नेताओं ने राजद की सदस्यता ली।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि चैनपुर से बृज किशोर बिंद और मोहनियां से निरंजन राम इस बार राजद के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ, तो भाजपा के लिए कैमूर में समीकरण बिगड़ सकता है।
बीजेपी से तीन बार रह चुके हैं विधायक
बृज किशोर बिंद तीन बार चैनपुर से भाजपा के विधायक रह चुके हैं और दो बार मंत्री पद संभाल चुके हैं। सूत्रों के अनुसार उनका नाराज होने का कारण था कि बसपा से सीट जीत कर जमा खान जदयू में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बने और उसके बाद चैनपुर से भाजपा का सीट कटकर जदयू को मिल गई। वहीं मोहनियां से दो बार भाजपा विधायक रह चुके निरंजन राम भी अपनी सीट खोने के डर से राजद में शामिल हो गए हैं।
भाजपा में शामिल हुई थीं राजद विधायक संगीता कुमारी
इससे पहले 2020 में मोहनियां से राजद की विधायक संगीता कुमारी भाजपा में शामिल हुई थीं, लेकिन इलाके में इसका विरोध था। वहीं, अब निरंजन राम इसे अपने पक्ष में बदलने की कोशिश करेंगे। कई लोग इसे इस एंगल से भी देख रहे हैं कि बीजेपी के पूर्व विधायकों को राजद में शामिल कराकर तेजस्वी ने अपना बदला पूरा कर लिया है।
हालांकि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा कि, NDA एक बड़ी पार्टी है और पार्टी ने इन नेताओं को सम्मान दिया है। इनका जाना भाजपा पर कोई असर नहीं डालेगा। लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि अगर चैनपुर से बृज किशोर बिंद और मोहनियां से निरंजन राम राजद के टिकट पर चुनाव लड़ते हैं, तो कैमूर की चार में से दो सीट भाजपा गंवा सकती है।
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