नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार त्रिपाठी की कोरोना से मौत हो गई. त्रिपाठी अभी देश के लोकपाल के सदस्य भी थे. पूर्व न्यायाधीश को कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के बाद दिल्ली एम्स में 2 अप्रैल को भर्ती कराया गया था. उनकी बेटी और रसोइया भी कोरोना पॉजिटिव पाये गए थे, लेकिन वे इलाज के बाद स्वस्थ हो गए. जस्टिस त्रिपाठी 62 वर्ष के थे. इसलिए वे स्वस्थ नहीं हो पाए.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजय त्रिपाठी को एम्स के ट्राम सेंटर में रखा गया था. वे ऐसे पहले मरीज थे, जिनका इलाज ट्रामा सेंटर में किया जा रहा था. उन्हें शुरू से ही वेंटिलेटर पर रखा गया था. अस्पताल में कुछ दिन के लिए उनकी सेहत सुधरी थी. लेकिन अचानक से फिर उनकी तबीयत बिगड़ गई.

गौरतलब है कि त्रिपाठी पटना उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे, इसके बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाये गए थे. वे 23 मार्च 2019 को मुख्य न्यायाधीश पद से त्याग पत्र दे दिया. फिर लोकपाल के न्यायिक सदस्य बने. अभी वे इसी पद पर कार्यरत थे.

केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने न्यायमूर्ति अजय कुमार त्रिपाठी सदस्य (न्यायिक) लोकपाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वह पटना उच्च न्यायालय के विशिष्ट न्यायाधीश और छत्तीसगढ़ HC के मुख्य न्यायाधीश थे. हमने पटना हाईकोर्ट में भी एक साथ अभ्यास किया था. उनकी पत्नी अलका त्रिपाठी और पूरे परिवार के प्रति संवेदना है.