रायपुर. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के घर ईडी के छापे के बाद सियासत शुरु हो गई है. कांग्रेस नेताओं पर ईडी के छापे के बाद भाजपा ने प्रेस कांफ्रेस कर कांग्रेस पर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा, छापे के बाद कांग्रेस की प्रेस कॉफ्रेंस में नौ मंत्री, राष्ट्रीय प्रभारी और दिल्ली के नेता उतर गए. इस दौरान राजनांदगांव जिले में जवानों की शहादत पर एक शब्द भी नहीं निकला. नक्सल घटना का जिक्र तक नहीं किया. पहले बाहर के लोग छत्तीसगढ़ आते थे तब विकास देखने आते थे. अब कोई आते हैं तो वह ईडी और सीडी की चर्चा करते हैं.

पूर्व सीएम डाॅ. रमन ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा से छापे की कार्रवाई को जोड़कर कांग्रेस नेता बयान दे रहे हैं. जो यात्रा यहां से गुजरी भी नहीं उसे कैसे जोड़ा जा सकता है? कुमारी शैलजा ने कहा पत्रकारों को दबाया जा रहा है, जबकि पत्रकारों को प्रताड़ित करने का काम राज्य की सरकार कर रही है. कुमारी शैलजा संवेदनशील है, राष्ट्रीय प्रभारी है. एक नाबालिग युवती को सरेआम सड़क पर गंडेसा लेकर दौड़ाया जाता है. कुमारी शैलजा ने सहानुभूति के दो शब्द भी नहीं कहा.

डाॅ. रमन सिंह ने कहा, ईडी भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं पर कार्रवाई कर रही है. इसमें बीजेपी कहा से बीच में आ गई. चार साल से कोयले की दलाली खाएंगे तो भारत रत्न नहीं ईडी ही आएगी. नान घोटाला और चिटफंड जैसे मामलों के जरिए ईडी के मुद्दे को डायवर्ट करने की कोशिश की जा रही है. तब प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से केंद्र सरकार से नान घोटाला मामले की ईडी जांच की मांग को लेकर चिट्ठी लिखी गई थी, लेकिन नान घोटाले के दो आरोपियों को महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया गया है. एक अधिकारी को पोस्ट रिटायरमेंट पोस्टिंग दे दी गई. सीएम मैडम का जिक्र मुख्यमंत्री ने किया. ये बात स्पष्ट हो गया था कि सीएम का मतलब चिंतामणि चंद्राकर था.

पूर्व सीएम डाॅ. रमन ने कहा, झीरम मामले में एनआईए जांच पर भूपेश बघेल ने सवाल उठाए थे. आज नारायणपुर की घटना पर एनआईए से जांच कराने चिट्ठी भेजी जा रही है. कांग्रेस का बड़ा राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है. भला छापे से इसे क्या फर्क पड़ेगा. प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मंत्री राजेश मूणत मौजूद रहे.

क्या कांग्रेस चार्जशीट में शामिल नामों को झूठला सकती है? : साव

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा, ईडी के छापे को भूपेश सरकार और कांग्रेस पार्टी ने अधिवेशन से जोड़ा है. इस छापे के पीछे बीजेपी कही नहीं थी. इसके पहले के छापों में मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है. पूर्व में आईटी और ईडी की कार्यवाही में जो साक्ष्य मिले हैं जिनका जिक्र चार्जशीट में किया गया है. उसके अनुरूप कार्रवाई हुई है. क्या कांग्रेस पार्टी चार्जशीट में शामिल नामों को झूठला सकती है? पूर्व में जिन अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई है उनकी जमानत याचिका खारिज हुई है. छत्तीसगढ़ की जनता के खून पसीने की कमाई लूटी जा रही है. कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचारियों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है.

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा, छत्तीसगढ़ की राजनीति में भ्रष्टाचार के नये-नये आयाम गढ़ने वाली सरकार चारों तरफ से उलझ चुकी है. सरकार ने अवैध वसूली कर राज्य की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने का नया नया तरीका ढूढ़ निकाला.