रायपुर। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सीएम भूपेश बघेल नाराज़ हो गए थे. इसी लेकर अब सिसायत तेज हो गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भड़कने पर बीजेपी ने निशाना साधा है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि ऐसा वातावरण छत्तीसगढ़ में बना हुआ है, दो-तीन महीने से, पूरे राज्य में सभी कन्फ्यूज्ड हैं.

रमन सिंह ने कहा कि ढाई-ढाई साल के मामले का निराकरण नहीं होने की बात मुख्यमंत्री के बयानों से महसूस होता है. संगठन की बैठक में मुख्यमंत्री को नहीं बुलाया जाता. फिर कहा जाता है कि प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री की उपेक्षा कर रहा है.

रमन ने कहा कि पिछली दो बैठकों में मुख्यमंत्री को बैठक में नहीं बुलाया गया, जिस प्रदेश में मुख्यमंत्री को संगठन की बैठकों में बुलाना बंद हो जाए, जिस प्रदेश में कार्यकर्ताओं को यह कहा जाए कि काम करना है, तो करें, नहीं तो पद छोड़ दे.

अविश्वास कितना बड़ा हो गया है. सरकार और संगठन के बीच जबरदस्त विभाजन की रेखा है. यह सिर्फ छत्तीसगढ़ की बात नहीं है, पंजाब में नवजोत सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष है या नहीं, इस्तीफा स्वीकार हुआ है या नहीं. कभी टीएस सिंहदेव दिल्ली में डेरा डालते हैं, फिर आते हैं, फिर जाते हैं. कांग्रेस के भीतर के ये हाल देखकर लगता है कि पूरी के पूरी संगठन में विभाजन रेखा स्पष्ट तौर पर दिख रहा है.

लखीमपुर की घटना पर बीजेपी के दुख नहीं जताने वाले सीएम भूपेश के बयान पर बोले पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि लखीमपुर की घटना से पूरा देश दुखी है. कहीं भी गोली चलती है, तो यह सिर्फ रमन सिंह के दुखी होने का विषय नहीं है.
यूपी के सीएम ने घटना पर दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने संवेदना प्रकट की. घटना के बाद प्रदेश सरकार कार्रवाई क्या करती है. यूपी सरकार ने 45 लाख तत्काल दिया जाए. न्यायिक जांच घोषित किया जाता है.

भूपेश जी जवाब दें कि सिलगेर के तीन आदिवासी परिवार से मिलने कौन कहां ?. वहां जाकर 50 लाख रूपए बांटकर आ गए, लेकिन राज्य की चिंता नहीं की. भूपेश बघेल को यूपी से चुनाव लड़ना है, या फिर छत्तीसगढ़ से चुनाव लड़ना है. उनकी प्राथमिकता प्रियंका गांधी का चुनाव क्षेत्र है या फिर छत्तीसगढ़ है.

छत्तीसगढ़ियां पूछने लगा है कि यूपी को लेकर इतनी पीड़ा क्यों मुख्यमंत्री को हो रही है. छत्तीसगढ़ में 500 किसानों की मौत हो जाती है, पंडो जनजाति की मौत हो जाती है, वहां चिंता नहीं होती.

हसदेव अरण्य क्षेत्र के नो गो एऱिया को लेकर दिए गए मंत्री टीएस सिंहदेव और सीएम भूपेश के बयान पर रमन सिंह ने कहा कि ओपिनियम इनका पता नहीं कैसा होता है. कैबिनेट में बैठकर क्या बातचीत करते हैं. हमेशा सरकार में विरोधाभाषी बयान आता है.
मुख्यमंत्री कुछ और कहते हैं, वरिष्ठ मंत्री कुछ और कहते हैं. निर्णय स्पष्ट नहीं होता. यह पूरी कांग्रेस की हालत है. तालमेल नहीं है.

https://youtu.be/iejCkYfspDE

read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus