रायपुर। यूपी के लखीमपुर खीरी कांड के बाद देशभर में सियासत हो रही है. छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद है, दुर्भाग्यपूर्ण भी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. मृतक परिवार को 45 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई है. घायलों के लिए 10 लाख रुपए. राजनीतिक दृष्टि से जिस प्रकार सभी राजनीतिक दल सक्रिय है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखीमपुर जा रहे हैं.

रमन सिंह ने कहा कि बस्तर के सिलगेर में जब निर्दोष आदिवासी मारे गए, तब सरकार की संवेदना कहां मर गई थी. ना राहुल गांधी, ना प्रियंका और ना ही भूपेश बघेल सिलगेर गए. पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद नहीं दी. जयूडिशियल जांच तो छोड़ दीजिए. ये डबल स्टैंडर्ड जो चल रहा है. ये उचित नहीं है. महेश गागड़ा के नेतृत्व में टीम सिलगेर गई थी. आधे रास्ते से फ़ोर्स ने लौटा दिया. छत्तीसगढ़ में ये हालत है. पुलिस ने किसी से मिलने नहीं दिया था.

भूपेश बघेल के रमन सिंह के सिलगेर नहीं जाने के उठाए गए सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि सरकार चलाने की जवाबदारी, राहत पहुंचाने की जवाबदारी, प्रशासन चलाने की जवाबदारी किसकी है. सरकार का मुखिया ग़ैर जवाबदारी से बात करता है कि ये नहीं गए. घटना के पहले दिन ही मुख्यमंत्री को जाना था, गृहमंत्री को जाना था. आदिवासी के लिए यदि इस भाव से बात करेंगे, तो समझ आता है कि वह सिर्फ़ वोट को राजनीति करते हैं.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई है. इस मामले में सूबे की सियासत गर्मा गई है. यूपी सरकार ने लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी देगी. घायलों को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे. किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज़ की जाएगी. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे.

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