पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक के सेंदर पंचायत में 1 करोड़ 65 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन होना था, लेकिन इससे पहले एसडीएम ने शिलालेख को जब्त कर लिया. जबकि इस कार्यक्रम के मुख्य तिथि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह थे. इस कार्रवाई को रमन सिंह ने ओछी मानसिकता का परिचायक बताया है. उन्होंने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज कराएंगे.

सेंदर पंचायत के सरपंच रामाधार साहू के नेतृत्व में पंचायत में हुए 165 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से कराया जाना था. आयोजन शाम 4 बजे थी. अतिथियों के आने से पहले गरियबंद एसडीएम जीडी वाहिले वहां पहुंच कर सभी शिलालेखों को उठाकर अपने साथ तहसील मूख्य्यालय ले आए. तहसील कार्यालय में शिलालेखों को बंद कमरे में रखा गया. अचानक हुए इस कार्यवाही के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया. हालांकि तय समय पर अतिथियों के आते ही उनका गुस्सा शांत हो गया.

राममधर साहू के नेतृत्व में 200 ग्रामीणों ने बीजेपी प्रवेश कर इस हरकत का राजनीतिक जवाब दिया है. पूरे आयोजन में इस प्रशासनिक हरकत की चर्चा जम कर होती रही. आयोजन के समाप्ति के बाद रमन सिंह ने कहा कि यह ओछी मानसिकता का परिचायक है. इस तरह के हरकत अशोभनीय है. मामले में एफआईआर करवाई जाएगी.

बता दें कि इस मामले में जिले के आला अधिकारियों से पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.