कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध (Bajrang dal ban) लगाने की बात से प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है. ना केवल कर्नाटक में, बल्कि पूरे देश में कांग्रेस के इस घोषणा की चर्चा है. हाल ही में जारी किए गए अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने ये वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा देंगे. हालांकि कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली का कहना है कि प्रतिबंध लगाने का हमारा कोई इरादा नहीं है.

मीडिया को जानकारी देते हुए वीरप्पा मोइली ने कहा कि हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट के कड़े निर्देश के बाद ही कांग्रेस ने घोषणापत्र में बजरंग दल जैसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का उल्लेख किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार नहीं है. मोइली ने कहा कि भाजपा सरदार वल्लभभाई पटेल की पूजा करती है, लेकिन भूल जाती है कि एक समय पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि बाद में पं. जवाहरलाल नेहरू ने इस
फैसले को रद्द कर दिया था.

पूर्व सीएम ने कहा कि हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट का रुख बहुत स्पष्ट है. ऐसे में कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के वक्तव्य को अपने घोषणा पत्र में जगह दी है. लेकिन हमारा बजरंग दल पर प्रतिबंध (Bajrang dal ban) लगाने का कोई इरादा नहीं है.