कोलकाताः सोमवार तड़के लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का निधन हो गया. वे राजनीतिक जीवन में 10 बार सांसद रहे चटर्जी को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दो दिनों से उन्हें वेटिंलेटर पर रखा गया था. पिछले महीने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को मस्तिष्काघात हुआ था. सोमनाथ चटर्जी 89 साल के थे.
1968 में शुरू हुआ राजनीतिक करियर, 10 बार बने सांसद
बता दें कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी मशहूर वकील निर्मल चंद्र चटर्जी के बेटे थे. निर्मल चंद्र अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक भी थे. सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत 1968 में की और 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे. 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए और इसके बाद राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे. चटर्जी 10 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए. वर्ष 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौता विधेयक के विरोध में सीपीएम ने तत्कालीन मनमोहन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. तब सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे. पार्टी ने उन्हें स्पीकर पद छोड़ देने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने. इसके बाद सीपीएम ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया.
…और ममता बनर्जी से हार गए चुनाव
राजनीतिक करियर में एक के बाद एक जीत हासिल करनेवाले सोमनाथ चटर्जी जीवन का एक चुनाव पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हार गए थे. 1984 में जादवपुर सीट पर हुए लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने तब सीपीएम के इस कद्दावर नेता को हराया था.
यहां हुआ था जन्म
सोमनाथ चटर्जी का जन्म असम के तेजपुर जिले में 25 जुलाई, 1929 को हुआ था. वे 1989 से 2004 तक लोकसभा में सीपीएम संसदीय दल के नेता रहे. यूपीए शासनकाल के दौरान 2004 में वो सर्वसम्मति से लोकसभा के स्पीकर चुने गए थे.
मुख्यमंत्री ने कहा देश ने एक विद्वान राजनेता खो दिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ . रमन सिंह ने सोमनाथ चटर्जी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. डॉ. सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा है कि श्री चटर्जी के निधन से देश ने एक विद्वान राजनेता , संसदीय लोकतंत्र के महान चिन्तक और विचारक, सुयोग्य प्रशासक और कर्मठ जन प्रतिनिधि को हमेशा के लिए खो दिया है. डॉ.रमन सिंह ने कहा – श्री चटर्जी का निधन भारत के महान संसदीय लोकतंत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है.