रायपुर। विधनसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस की अंतरकलह सामने आ रही है. बीते दिन पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह ने प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही कुमारी सैलजा को हटाने की मांग की थी. वहीं कांग्रेसी नेता विनय जायसवाल ने भी पार्टी पदाधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने प्रभारी सचिव चंदन यादव पर रुपए लेने का बड़ा आरोप लगाया है. नेताओं के इस रवैये की वजह से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में खासी नाराजगी है. इसी बीच पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने बड़ा बयान दिया है.

अमरजीत भगत ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार किसी भी सूरत-ए-हाल में बननी थी लेकिन कई कारणों से हम चुनाव हार गए. विधानसभा चुनाव में मिली हर की समीक्षा जारी है. लेकिन बृहस्पत सिंह और विनय जयसवाल का दर्द भी छलक रहा है. पार्टी के नेताओं को पार्टी फोरम बात रखनी चाहिए. हमें संगठन को पहले की तरह मजबूत करने की जरूरत है. बदलाव की आवश्यकता हो तो उस पर विचार करना चाहिए.

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में अपने ही नेताओं के खिलाफ बयानबाजी का दौर चल रहा है. बीते कुछ दिनों में जिन सिटिंग विधायकों की टिकट कटी, उनमें से कई लोगों ने अपने शीर्ष नेताओं पर आरोप लगाने शुरू कर दिए. रामानुजगंज से विधायक रहे बृहस्पत सिंह ने टिकट कटने का गुस्सा प्रदेश प्रभारी सैलजा और उप मुख्यमंत्री सिंहदेव पर निकाला और उन पर कई आरोप लगाए. बृहस्पत ने यहां तक कह दिया कि सैलजा हीरोइन की तरह कार में बैठकर फोटो खिंचवाती थी.

विनय जायसवाल ने टिकिट के एवज में पैसे लेने का लगाया आरोप

विनय जायसवाल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिव चंदन यादव ने उनसे टिकिट के एवज में पार्टी फंड के लिए सात लाख रुपए लिए थे. इसके अलावा पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर भी विनय जायसवाल ने गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने राजदरबारियों को टिकट देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि रमेश सिंह और जतिन जायसवाल सब राज दरबारी हैं. बीजेपी और आरएसएस के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा गया, फर्जी सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई.

पूर्व विधायक विनय जायसवाल ने कांग्रेस नेताओं पर लगाए बड़े आरोप, कहा- चंदन यादव ने टिकट के लिए सात लाख लिए, टीएस बाबा को लेकर भी कही बड़ी बात…

पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पार्टी पर लगाए आरोप

इसी बीच पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का बयान भी सामने आया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 5 साल यहां एक ताकत सरकार चला रही थी. कोरबा का विकास रोकने के लिए चुन-चुनकर यहां अधिकारियों को भेजा गया. पूर्व मंत्री ने यहां तक कह दिया कि मंत्रियों को पावर नहीं दिया गया था.

बृहस्पत सिंह को नोटिस जारी

गौरतलब है कि रामानुजगंज से पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह के प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस जारी करते हुए पीसीसी ने 3 दिन में बृहस्पत से लिखित में जवाब मांगा है. उन पर पार्टी की छवि धूमिल करने का आरोप लगा है. जिसके चलते उन्हें नोटिस जारी किया गया है.

पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को जारी हुआ नोटिस, प्रदेश प्रभारी और पूर्व डिप्टी सीएम के खिलाफ की थी बयानबाजी

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