भुवनेश्वर। वयोवृद्ध राजनेता और ओडिशा के पूर्व मंत्री दामोदर राउत का शुक्रवार सुबह एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. कल उनके ब्रेन डेड की घोषित कर दी गई थी. 18 मार्च की रात दिल का दौरा पड़ने के बाद वरिष्ठ बीजद नेता की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर थी. वह भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर थे. 81 वर्षीय राजनेता को हाल ही में एक विशेष बीमारी के इलाज के बाद एक निजी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.

पेशे से प्रशिक्षित पशु चिकित्सक दामोदर राउत 1970 के दशक में राजनीति में शामिल हुए थे. वह पहली बार 1977 में ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए. वह 1977 से 2014 के बीच सात बार विधानसभा के लिए चुने गए. पांच बार जगतसिंहपुर के इरासामा निर्वाचन क्षेत्र से और दो बार पारादीप से.

राउत 1990 से 1995 तक दिग्गज नेता बीजू पटनायक के नेतृत्व वाली जनता दल सरकार में पंचायती राज मंत्री थे. अपनी पारंपरिक इरासामा सीट के अलावा, अनुभवी राजनेता ने 1995 के विधानसभा चुनावों में जगतसिंहपुर के तिर्तोल निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के दिग्गज बसंत बिस्वाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था. उन्हें दोनों सीटों से हार मिली.

1997 में बीजू पटनायक की मृत्यु के तुरंत बाद क्षेत्रीय पार्टी के गठन के बाद राउत बाद में बीजू जनता दल (बीजेडी) में शामिल हो गए. अनुभवी नेता ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजद सरकार में कई बार मंत्री के रूप में कार्य किया था. उन्होंने राज्य में लगातार बीजद सरकारों में स्वास्थ्य, उत्पाद शुल्क और कृषि जैसे विभागों को संभाला था.