रायपुर। आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि है. समूचे देश में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है. कांग्रेस के नेता तो राजीव गांधी को याद कर ही रहे हैं, याद कर रहे उन्हें विशेष तौर पर कांग्रेस से अलग हो चुके अजीत जोगी. क्योंकि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी राजीव गांधी के कहने पर ही कलेक्टरी छोड़ राजनीति में आए थे. एक तरह से राजीव गांधी अजीत जोगी के राजनीतिक गुरू भी हुए. आज अजीत जोगी ने भी राजीव गांधी को अपने सरकारी बंगले ‘अनुग्रह’ में उन्हें श्रद्धांजलि अपर्ति की. इस दौरान अजीत जोगी के साथ अमित जोगी और पार्टी के अन्य बहुत से कार्यकर्ता मौजूद थे. श्रद्धांजलि अर्पित करते वक्त समर्थकों की ओर से जो फोटो ली गई उसे अमित जोगी ने सोशल मीडिया भी साझा किया है.

लेकिन तस्वीर को ध्यान से देखेंगे तो पता चलता है कि राजीव गांधी की प्रतिमा किन हालातों में जोगी बंगले में स्थापित है. वैसे राजीव गांधी की ऐसी दुर्दशा वाली स्थिति बीते कई सालों से जोगी बंगले में दिखाई दे रही है. जोगी परिवार से लेकर हर आने-जाने वाले राजीव गांधी की प्रतिमा को इन हालातों में देख रहे हैं. प्रतिमा वर्षों पुरानी है लिहाजा खराब हो चुकी है. कहीं-कहीं टूटी हुई स्थिति में जा पहुँची तो रंग भी पूरी तरह से उखड़ चुके हैं. लेकिन राजीव गांधी की इस प्रतिमा को संवारने का काम फिर भी नहीं हुआ. बीते कई वर्षों से राजीव गांधी को इसी तरह से यहाँ श्रद्धांजलि दी जा रही है. जोगी बंगले में डेटिंग-पेंटिग के कई काम हुए लेकिन राजीव गांधी की प्रतिमा का रंग-रोगन नहीं हो पाया. उम्मीद है कि जोगी जी अपने राजनीतिक गुरू राजीव गांधी के अगस्त में आने वाले जन्मदिवस से पहले उनकी प्रतिमा को ठीक करा लेंगे.