लोकेश साहू, धमतरी। जिले के कोतवाली थाना पुलिस ने युवक दीपक सेन के अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है. हत्याकांड में शामिल मृतक की सौतेली मां समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस पूरे मामले में सुपारी किलिंग की बात सामने आई है. जिसमें सात लाख रुपए की सौदेबाजी युवक को रास्ते से हटाने के लिए हुई थी.

बता दें कि 4 नवंबर की सुबह एक युवक बुरी तरह से जख्मी हालत में धमतरी के पीजी कॉलेज मैदान में मिला था. जिसकी पहचान पोटीयाडीह निवासी दीपक सेन के रूप में हुई थी. जख्मी युवक को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 18 नवंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही कई संदेहियों से पूछताछ की गई. पुलिस ने परसट्टी गांव में रहने वाले दीपक  के मामा विजय सेन और उसके साथी युवराज साहू को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया.पूछताछ करने पर दोनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया. जिसमें काफी चौंकाने वाला मामला सामने आया.

धमतरी एएसपी मनीषा ठाकुर ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दीपक और उसकी सौतेली मां संतोषी सेन के बीच रिश्ते कुछ ठीक नहीं चल रहे थे. आए दिन दोनों के बीच विवाद हो रहा था. इसी बीच संतोषी ने अपने पिता राधेश्याम सेन के साथ मिलकर दीपक को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. दीपक की हत्या के लिए सुपारी के दो हत्यारों की तलाश की गई. कुल सात लाख रुपये में सौदेबाजी तय होने के बाद विजय अपने साथी युवराज को इसमें शामिल किया. फिर योजनाबद्ध तरीके से दोनों दीपक को अपने साथ शराब दुकान ले गए. यहां से तीनों सीधे पीजी कॉलेज मैदान पहुंचे. जहां शराब पीने के बाद दोनों ने पत्थर से दीपक के सिर को कुचल दिया. और उसे मरा हुआ समझकर दोनों वहां से भाग गए. लेकिन दीपक की सांसें चल रही थी. और घायल अवस्था में वह रात भर मैदान में ही पड़ा रहा. उसे अस्पताल तो पहुँचाया गया. अस्पताल में करीब दो सप्ताह तक मौत से लड़ने के बाद वह अपनी जान गंवा बैठा. फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया है.