नई दिल्ली। न्यायपालिका में भ्रष्टाचार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 4 वरिष्ठ जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. ऐसा पहली बार हुआ कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने प्रेस कांफ्रेंस की. जस्टिस चलमेश्वर का कहना है कि पिछले दो महीनों में जो कुछ सुप्रीम कोर्ट में हो रहा था. वो ठीक नहीं था. उन्होंने कहा कि कल कोई ये ना कहे कि हमने अपनी आत्मा बेच दी. इसलिए उन्हें सामने आना पड़ा. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ. उन्हें दो महीने के हालात के कारण ये प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ रही है.
SC में बहुत कुछ ऐसा हुआ, जो नहीं होना चाहिए था हमें लगा, हमारी देश के प्रति जवाबदेही है हमने CJI को मनाने की कोशिश की, लेकिन हमारे प्रयास नाकाम रहे अगर संस्थान को नहीं बचाया गया, लोकतंत्र नाकाम हो जाएगा.सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जज बोले, सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन सही नहीं चल रहा है
प्रेस कांफ्रेंस में जो इशारा उन्होंने किया उससे लगा कि इन चारों जज और चीफ जस्टिस के बीच विवाद की स्थिति बन गई है. गौरतलब है कि ये पांचो जज ही सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम के तहत जजों की नियुक्ति करते हैं. कल ही नए जजों की नियुक्ति हुई है. तो क्या जजों की नियुक्ति को लेकर कोई विवाद है?
ये प्रेस कॉन्फ्रेंस जस्टिस जे चलमेश्वर के घर में की जा रही है. इन लोगों ने पिछले दो महीनों के हालात को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए ये पीसी करनी जरुरी थी. उन्होंने एक चिट्ठी चीफ जस्टिस को लिखी थी. ये चिट्ठी उन्होंने सार्वजनिक की. जस्टिस चलमेश्वर के साथ अन्य तीन जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरिन जोसेफ मौजूद थे.