सुशील सलाम, कांकेर। जिले में जंगली हाथियों को इन दिनों खेतों में लहलहाती धान के फसल की खुशबू आकर्षित कर रही है. यही वजह है कि जंगलों से निकलकर हाथी धान के खेतों में पहुंच रहे हैं.

धान की खुशबू से मोहित हाथियों के दल ने दुधावा क्षेत्र के दूरस्थ गांवों में खेतों में धान की फसल को सफाचट करने के साथ काफी नुकसान भी पहुंचाया है. दल में शामि नन्हे हाथियों की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील हाथी का गुस्सा सातवें आसमान पर है. जानकार बताते हैं कि हाथियों का संघर्ष सिर्फ भोजन को लेकर होता है. वर्तमान में खेतों में लहलहाती फसल हाथियों के व्यवहार में भी बदलाव ला चुकी है. लेकिन किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.