नई दिल्ली। फ्रांस में शिक्षक की हत्या के बाद सार्वजनिक स्थानों पर पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रदर्शित किए जाने पर प्रधानमंत्री इमरान खान की तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त किए जाने की सजा पाकिस्तान को मिल गई है. फ्रांस ने मिराज लड़ाकू विमान, हवाई सुरक्षा कवच और पनडुब्बी को अपग्रेड करने में मदद करने से मना कर दिया है.

यही नहीं फ्रांस ने अरब देश कतर को संदेश दे दिया है कि राफेल विमान में किसी भी पाकिस्तान मूल के तकनीशियन को काम नहीं कराने का निर्देश दे दिया है. कतर उन चुनिंदा देशों में शामिल हैं, जिनके पास राफेल विमान है. फ्रांस को इस बात की आशंका है कि विमान की तकनीकी जानकारी पाकिस्तान तकनीशियन के जरिए पाकिस्तान होते हुए चीन तक पहुंच सकती है.

बता दें कि पाकिस्तान के पास फ्रांस निर्मित मिराज विमानों का बड़ा बेड़ा है, इसके अलावा हवाई सुरक्षा कवच और अगस्ता 90बी श्रेणी की पनडुब्बी भी है. पाकिस्तान इन सभी को अपग्रेड करने की तैयारी में जुटा हुआ है, ऐसे में फ्रांस का यह कदम पाकिस्तान के लिए बड़े झटके से कम नहीं है.

इस संबंध में भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला को फ्रांस सरकार के निर्णय से अवगत करा दिया गया है. श्रृंगला बीते 29 अक्टूबर को फ्रांस के दौरे पर थे. फ्रांस ने इसके साथ ही भारत को यह आश्वासन दिया है कि वह अपने रणनीतिक साझेदारों की सुरक्षा चिंताओं को लेकर संवेदनशील है. यही वजह है कि उसने राफेल विमानों की मरम्मत के लिए पाक मूल के तकनीशियनों को दूर रखने का निर्देश दिया है.

बता दें कि फ्रांस सरकार के इस निर्णय से पाकिस्तान के पास मौजूद लगभग डेढ़ सौ मिराज लड़ाकू विमानों की मरम्मत के लिए अब अड़चन आएगी. इन विमानों तक निर्माण फ्रांसीसी फर्म डेसाल्ट एविएशन द्वारा किया गया है. हालांकि, इनमें से से आधी ही अब सेवा में मौजूद हैं. इसी तरह से फ्रांस-इटालियन एयर डिफेंस सिस्टम को अपग्रेड करने की मांग को भी फ्रांस ठुकरा चुका है.