रायपुर। रायपुर में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़ा ठगी का मामला सामने आया है. ठगी का आरोप रायपुर के विवेकानंद विद्यापीठ नाम के संस्थान पर है जिसने फायर एंड सेफ्टी कोर्स कराने के नाम पर छात्रों से मोटी रकम वसूल ली.
मामला तब सामने आया जब इंस्टीट्यूट के एक छात्र संतोष ने जिला योजना अधिकारी केके वर्मा से शिकायत की. सुंदर ने बताया कि उन्होंने ए़डमिशन डिप्लोमा के लिए लिया था. इसके लिए करीब 400 से 500 छात्रों से 28 हज़ार रुपये फीस ली गई. लेकिन जब डिप्लोमा देने की बारी आई तो उन्हें मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना का सर्टिफिकेट थमा दिया गया.
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत छात्रों को मुफ्त में ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद कुछ और छात्रों ने इसकी शिकायत की. मामले की जांच कर रही शीतल बंसल ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी फीस 30 जून तक वापिस करा दी जाएगी. लेकिन जब छात्रों की फीस वापस नहीं हुई न ही संस्थान के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई.
इसके बाद इन लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की. जिसके बाद कलेक्टर ने एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं. इस बीच संस्थान में लगातार क्लासेज हो रही हैं और संस्थान का संचालक लोमेन्द्र बैस फरार है. इस मामले में लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन संचालक ने फोन नहीं उठाया.
एडमिशन लेने वाले सभी छात्र माध्यम वर्गीय परिवार से हैं और बेरोजगार हैं.