पिछले कुछ वर्षों में इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के साथ ही सायबर अपराधों का दायरा भी बढ़ा है. कई बार हमें इंटरनेट पर एक जैसे नाम वाली कई वेबसाइट्स दिखती हैं. कुछ लोग इस पर ध्यान देते हैं और कुछ नहीं. ऐसी ही लापरवाही का फायदा उठाकर स्कैमर्स लोगों के साथ करोड़ों की ठगी कर रहे हैं. इसी तरह के एक मामले में सायबर अपराधियों के गैंग को गिरफ्तार किया गया है, जो D-Mart, Big Basket और Big Bazaar की कथित तौर पर जाली वेबसाइट्स बनाकर ठगी करता था.

पुलिस की मानें तो गिरफ्तार हुए गैंग ने D-Mart, Big Basket, Big Bazaar की फेक वेबसाइट बनाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है. इस वेबसाइट्स के जरिए स्कैमर्स लोगों को डिस्काउंट और सस्ती कीमतों पर प्रोडक्ट्स ऑफर कर रहे थे, जिससे लोग उसके जाल में आसानी से फंस जाते थे. इसके बाद ऑनलाइन भुगतान के नाम पर एंड्रायड पैकेज किट (एपीके) फाइल भेजकर डेबिट-क्रेडिट कार्ड के नंबर, सीवीवी और ओटीपी हासिल कर उनके खातों से रुपये दूसरे खाते में हस्तांतरित कर देते हैं. गिरोह का सरगना ध्रुव पहले ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी में काम करता था. आरोपी एक दिन में लगभग एक लाख की ठगी कर लेते थे और लगभग एक साल से सक्रिय थे.

साइबर हेल्पलाइन टीम को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो नामी शॉपिंग कंपनियों के नाम से वेबसाइट बनाकर लोगों को ठग रहा है. सूचना पर पुलिस ने गौड़ सिटी सेंटर मॉल के पास सर्विस रोड से आई-10 कार में सवार छह बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.

एडिशनल DCP राजीव दिक्षित ने बताया, ‘3 अप्रैल को गौतम बुद्ध नगर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन टीम ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग बिग बाजार, डी-मार्ट, बिग बास्केट और दूसरी फेक वेबसाइट्स के जरिए लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं.’

आरोपियों की पहचान गाजियाबाद के एसोटेक सोसाइटी निवासी विनीत कुमार, ध्रुव सोलंकी, श्याम एंक्लेव निवासी गौरव तालान, बादलपुर छपरौला निवासी सलमान, संतोष मौर्य और आशुतोष मौर्य को गिरफ्तार किया है. नोएडा पुलिस ने इस मामले में तीन लैपटॉप, चार मोबाइल फोन, दो डेबिट कार्ड्स, 11700 रुपये और हुंडई i10 कार जब्त की है. इस गैंग के खिलाफ IPC की धारा 420, 406 और IT एक्ट के तहत एक FIR दर्ज कर ली गई है.

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