इमरान खान,खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा में फर्जी फाइनेंस कंपनी खोलकर 210 लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले 2 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसमें मुख्य आरोपी एमबीए पास है. जिसने देश भर में लोन देने के नाम पर बेरोजगार महिलाओं और युवकों से लाखों रुपयों की ठगी की. फर्जी दस्तावेज से बैंक खाता खुलवाया. इसके साथ ही फर्जी सिम भी बनवाई. पूरे मामले का खुलासा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश परिहार ने पुलिस कंट्रोल रूम में किया है.
शहर के मोघट थाने में 28 फरवरी 2022 को सूरजकुंड निवासी पंकज मालविया ने तेजसिंह चौधरी नामक व्यक्ति पर प्रकरण दर्ज कराया था. पंकज का कहना था कि मानसिंग मिल तिराहे के पास स्थित माल में तेजसिंह ने ईको माइक्रोफाइनेंस नामक कंपनी का कार्यालय खोल रखा है. कुछ बेरोजगार युवक और युवतियों को कंपनी में भर्ती कर महिलाओं के समूह बनाकर लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी की है.
मामले की जांच करने पर पता चला कि उसने महिलाओं को 30 हजार रुपये का लोन का लालच दिया था. लोन की शर्त रखी थी कि महिलाओं को सदस्य बनने के लिए 1750 रुपये का इंडक्शन चूल्हा खरीदना पड़ेगा. वह इस चूल्हे की बाजार कीमत 3500 रुपये बताता था. साथ ही कंपनी के फाइल चार्ज के नाम पर 170 रुपये भरवाता था, जबकि चूल्हे की कीमत मात्र 700 रुपये थी. 1750 रुपये की साप्ताहिक किस्त बना देता था.
रुपये जमा होने के बाद भी जब महिलाओं को उसने लोन नहीं दिया, तो मामला उजागर हुआ. आरोपी ने इन सभी महिलाओं से करीब पांच लाख रुपये की ठगी की थी. इस मामले में तेजसिंह उर्फ रंजीत गौतम को नागपुर से गिरफ्तार किया गया. यहां भी उसने फर्जी ईको माईक्रो फाइनेंस कंपनी खोलने के लिए खंडवा के प्रवेश श्रीवास के नाम से बैंक में फर्जी खाता खुलवाकर चेक बुक जारी करा ली थी. यहां एक लाख रुपये का चेक देकर किराए पर ऑफिस लिया था. रंजीत का साथी नीतेश भारती निवासी सेमराकला चांदबड भोपाल को भी पकड़ा गया. पुलिस ने दोनों को रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है.
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