शब्बीर अहमद, भोपाल। मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम से ट्रांसफर करने और रूकवाने का झांसा देकर 20 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सरकारी कर्मचारियो के मोबाईल नंबर गूगल से निकालकर खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर उन्हें फोन करते थे। आरोपी अधिकारियों के ट्रांसफर होने की बात कहकर उन्हें शासन की ओर से जारी की गई ट्रांसफर लिस्ट भेजते थे। फिर उनका ट्रांसफर रूकवाने का झांसा देकर अलग-अलग किश्तों में उनसे रुपये वसूलते थे। फ्रॉड का पैसा लेने के लिए आरोपी गांव के आसपास मनी ट्रांसफर वालों के खाते मे फ्रॉड की राशि डलवाते थे। 

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दरअसल पैसे लेकर ट्रांसफर करने और रोकने को लेकर सरकारी कर्मचारी ने सायबर क्राइम में ठगी की शिकायत की थी। जिसके बाद भोपाल की टीम ने इस पर त्वरित कार्रवाई कर मैदानी स्तर जुट गई। जांच के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम से ट्रांसफर कराने और रूकवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को निवाड़ी जिले से आरोपी सौरभ बिलगाइया और हरबल कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 2 मोबाइल और 2 सिमकार्ड भी बरामद किया गए हैं जिसके जरिए आरोपी सरकारी अधिकारियों से ठगी करते थे। 

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पुलिस ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों को आरोपियों पर शक ना हो इसके लिए पहले वो एक फर्जी लिस्ट व्हाट्सएप पर उन्हें भेजते थे। जिस नंबर से लिस्ट भेजी जाती थी उसकी डीपी पर म.प्र.शासन के लोगो का उपयोग करते थे। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वो अब तक करीब 6 सरकारी कर्मचारियों को चूना लगा चुके हैं जिसके जरिए उन्होंने करीब 20 लाख की ठगी की है। 

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