लखनऊ। कोरोना वायरस की चेन को तोड़ते हुए वायरस पर लगाम लगाने वाली योगी सरकार में तेजी से वैक्‍सीनेशन की प्रक्रिया चल रही है। इस कड़ी में 18 फरवरी को फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जाएगा। प्रदेश का रिकवरी रेट 98 प्रतिशत है, जो दूसरे राज्‍यों की अपेक्षा कई गुना अधिक है।

वैश्विक महामारी से निपटने में योगी सरकार की नीतियां कारगर साबित हो रहीं हैं। प्रदेश में कोरोना के आंकड़ों में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना के महज 105 नए मामले सामने आए, वहीं 217 लोग संक्रमण मुक्‍त होकर डिस्‍चार्ज किए जा चुके हैं।

प्रदेश में कोरोना वायरस को मात देने वाली योगी सरकार ने सर्वाधिक कोरोना जांच के बाद अब टीकाकरण कराने में भी यूपी शीर्ष पर है। यूपी में आठ लाख से अधिक स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जा चुका है। इसके साथ ही प्रदेश में अब तक दो करोड़ 97 लाख से अधिक सैंपल की जांच की जा चुकी है। 24 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में सर्विलांस टीमें 18 करोड़ आबादी तक पहुंच चुकी हैं।

प्रदेश तीन हजार से कम एक्टिव केस

सकारात्‍मक कोविड मैनेजमेंट के साथ कोरोना मुक्‍त प्रदेश की ओर बढ़ते यूपी के कदम का अंदाजा इस बात से लगाा जा सकता है कि अब प्रदेश में केवल 2,853 कोरोना के एक्टिव केस रह गए हैं। जिसमें 689 लोग होम आइसोलेशन में हैं। अब तक प्रदेश में 5.90 लाख लोग कोरोना संक्रमण से मुक्‍त हो चुकें हैं।