Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2025: इस वर्ष गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत 8 नवंबर (शनिवार) को मनाया जाएगा. चौथी तिथि सुबह 7:32 बजे से शुरू होगी और अगले दिन सुबह समाप्त होगी.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं, बुद्धि का विकास होता है और घर में समृद्धि आती है. शाम या रात में चंद्रमा के दर्शन के बाद भगवान गणेश का आह्वान करें, मोदक, फूल और दूर्वा अर्पित करें, कथा सुनें या पढ़ें.
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इस व्रत का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि भगवान गणेश गुप्त रूप से सभी संकटों का निवारण करते हैं और भक्त को विवेक व शांति प्रदान करते हैं. जैसे-जैसे कृष्ण पक्ष की चतुर्थी आती है, यह व्रत और भी अधिक पुण्यदायी माना जाता है.
पूजा का शुभ मुहूर्त (Ganadhipa Sankashti Chaturthi)
- तिथि आरंभ: सुबह 07:32 बजे से
- तिथि समाप्ति: अगले दिन सुबह 04:25 बजे तक
- चंद्रमा उदय (चंद्र दर्शन व अर्घ्य का शुभ समय): शाम लगभग 07:59 बजे
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