रायपुर. इन दिनों देश में गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. कई जगह कुछ दिन बाद विसर्जन भी किया जा रहा है. प्रतिमाओं का विसर्जन करते समय सावधानी नहीं बरतने से कई हादसे हो जाते है. प्रशासन द्वारा भी हिदायत बरती जाती है कि बच्चों को इस विसर्जन के दौरान दूर रखे औऱ गहरे पानी में अंदर न घुसे, लेकिन इसे दरकिनार कर बच्चे भी मूर्ती विसर्जन में शामिल हो जाते है. जिसका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ता है. दरअसल मध्यप्रदेश के ग्वालियर में गणेश विसर्जन करने गए 4 नाबालिग बच्चों के डूबने से मौत हो गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक घटना ग्वालियर के एमिटी कॉलेज के पीछे एक गहरे गड्ढे की है. सभी मरने वाले बच्चे महाराजपुरा गांव के रहने वाले थे. मृतक बच्चों में दो बच्चे एक ही परिवार के हैं. मरने वाले बच्चों में शिवम, सूरज, सतीश समेत अरूण शामिल है. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि गांव के कुछ लड़के बाहर खड़े है. जो कि गणेशजी की प्रतिमा को विसर्जित करते हुए का दृश्य अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे. यह बच्चे पूरे जोश के साथ गणपति बप्पा मोरिया के जयकारे लगा रहे हैं.
इस गणपति का विसर्जन करने पहले 7 बच्चे पानी में उतरते है. पानी में कुछ दूर अंदर जाने के बाद तीन बच्चे बाहर निकल जाते है. बाकी बचे 4 बच्चे ही मूर्ती का विसर्जन करने पानी में अंदर तक घुस जाते है. विसर्जन के बाद बाहर निकलने के लिए मुड़ते ही है कि चारों बच्चे डूबने लगते है. वीडियो में जैसा दिख रहा है ऐसा लग रहा है कि मानों उन्हें कोई अंदर की ओर खींच रहा है. एक बच्चा तो तुरंत ही अंदर डूब जाता है. दो बच्चे एख दूसरे को पकड़कर बचाने के लिए आवाज देते है. वहीं एक बच्चा कुछ दूर तक तैरने की कोशिश करता है.
बाहर वीडियो बना रहा सख्स उन्हें पूछता भी है कि क्या हुआ. बच्चे अपनी जान बचाने के लिए चिखते चिल्लाते रहते है पर उनकी आवाज कोई भी अच्छे से सुन नहीं पाता है. और एक-एक कर सभी अंदर डूब जाते है. बच्चों की आवाज किसी को सुनाई इसलिए नहीं देती है क्योंकि तालाब के बाहर डीजे साउंड की आवाज सुनाई दे रही है. तेज लाउंड स्पीकर में बज रहे डीजे की वजह से कोई उनकी आवाज सुन नहीं पाता है. इस तरह सभी बच्चे पानी की आगोश में समा जाते है.
मौत का लाइव वीडियो…
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