Ganesh Chaturthi Upay: गणेश चतुर्थी का पर्व विशेष महत्व रखता है. 29 अगस्त से बुधदेव अस्त होने जा रहे हैं और जिन लोगों की कुंडली में इस समय बुध महादशा या अंतरदशा चल रही है, उनके लिए यह समय और भी संवेदनशील हो सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुद्धि, वाणी, व्यापार और शिक्षा पर बुध का गहरा प्रभाव होता है. जब इसकी महादशा या अंतरदशा सक्रिय हो, तब व्यक्ति को अवसरों के साथ मानसिक दबाव और उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है. गणेश जी को विघ्नहर्ता और ‘बुद्धि के देवता’ माना जाता है. ऐसे में यह पर्व बुध ग्रह को शांत और लाभकारी बनाने का उत्तम समय है.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर कुछ सरल उपाय करके बुध ग्रह के दोष को शांत किया जा सकता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.
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Ganesh Chaturthi Upay
गणेश चतुर्थी पर क्या करें (Ganesh Chaturthi Upay)
- गणपति को 21 दूर्वा (हरी घास) अर्पित करें.
- एक नारियल पर सिंदूर और हल्दी लगाकर गणेश जी को चढ़ाएं और बाद में इसे घर में रखें.
- मोदक या गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाकर बच्चों में बांटें.
- कम से कम 11 बार ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जप करें.
- शाम को घर या मंदिर में घी का दीपक जलाएं और गणेश जी से अपनी मनोकामना प्रकट करें.
इससे क्या लाभ होगा (Ganesh Chaturthi Upay)
ये उपाय न केवल बुध के दोषों को कम करेंगे बल्कि करियर, शिक्षा और व्यापार में स्थिरता देंगे. साथ ही घर-परिवार में भी सामंजस्य और सुख-शांति बनी रहेगी. गणेश चतुर्थी आस्था का पर्व है, लेकिन बुध महादशा–अंतरदशा वाले लोगों के लिए यह ग्रहों की बाधाओं से मुक्ति पाने का सरल उपाय भी है.
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