नोएडा . फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्ती कर युवाओं को हनीट्रैप में फंसाने और रुपये ऐंठने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया. पुलिस ने 1 युवती समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने दो सालों में 30 लोगों के साथ ठगी करने की बात स्वीकार की है.

सेक्टर-58 थाना प्रभारी के अनुसार युवक ने शिकायत की थी कि कुछ समय पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती नागर परी नाम की युवती से हुई. युवती ने उसे 14 मार्च को मिलने के लिए सेक्टर-62 स्थित निजी अस्पताल के पास बुलाया. वहां पहुंचने पर एक युवती और दो लड़के मौजूद थे. तीनों ने जबरन उसका मोबाइल ले लिया और मारने का भय दिखाकर खाते से 17 हजार 120 रुपये ट्रांसफर कर लिए. रकम जिस खाते पर ट्रांसफर हुई थी, पुलिस ने उस  नंबर को ट्रेस कर आरोपी को दबोच लिया. इसके बाद गिरोह के सभी सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए. ACP अरविंद कुमार ने बताया कि सरगना बुलंदशहर के सलेमपुर का अभिषेक शर्मा गिरोह का है. गाजियाबाद खोड़ा से फिरोज, दिल्ली के कल्याणपुरी से शशिपाल और न्यू अशोकनगर से शिवानी गिरोह की सक्रिय सदस्य हैं.

गिरोह के सदस्य धोखाधड़ी और ठगी दो प्रकार से करते थे. फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ठगी के लिए 30 से अधिक लड़कियों के नाम से शिवानी ने ID बना रखी थी. वह फेसबुक समेत सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर युवकों को दोस्ती का प्रस्ताव भेजती थी. युवक जैसे ही प्रस्ताव को स्वीकार करता तो बदले हुए नाम से शिवानी अश्लील बातें करनी शुरू कर देती. वह युवक से कभी-कभी प्यार करने का नाटक भी करती. दोस्ती होने के बाद शिवानी मिलने के लिए सुनसान जगह पर बुलाती. युवक वहां पहुंचता तो अभिषेक, फिरोज और शशिपाल मौजूद मिलते. मोबाइल से वह रुपये ट्रांसफर कर लेता. विरोध करने पर युवती के साथ छेड़खानी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत करने की बात कही जाती. छीने गए मोबाइल को फिरोज दिल्ली समेत अन्य जगहों पर कम दामों में बेच देता था.

सरगना से दोस्ती के बाद गिरोह की सदस्य बन गई

युवती शिवानी एक निजी कॉलेज से BA कर रही है. पहले एक नामी कंपनी में अभिषेक डिलिवरी ब्वॉय का काम करता था. अन्य दोनों आरोपी 10 और 12वीं पास हैं. शिवानी और अभिषेक की दोस्ती करीब सात साल पहले हुई थी. इसके बाद दोनों ने ठगी करने का एक गिरोह बनाया.

युवती के मोबाइल से ज्यादातर चैट डिलीट

युवती के मोबाइल में 50 से अधिक नंबर और फेसबुक आईडी ऐसी मिलीं, जो ब्लॉक हैं. आशंका जाहिर की जा रही है कि जो आईडी ब्लॉक हैं, गिरोह उनके साथ भी ठगी कर चुका हैै. शिवानी ने ज्यादातर चैट डिलीट कर दी है. पुलिस उन्हें रिकवर करने का प्रयास कर रही है.