बिलासपुर। प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संवेदनशील पहल से आज दो गरीब बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो गया है. अब ये बच्चें स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम में पढ़ेंगे. साथ ही साथ उनके परिवार को छत मिल गया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक समाचार पत्र के माध्यम से आठ वर्ष की बालिका कुमारी गंगा साहू और छह वर्ष के बालक अरूण साहू के बारे में पता चला. बघेल ने आज सुबह सात बजे बिलासपुर कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर को निर्देश दिया कि इन बच्चों के लिए तत्काल शिक्षा और इनके परिवार के लिए आवास की व्यवस्था की जाए, जिससे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके.
कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने जिला शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में निर्देश दिया. निर्देश को अमल में लाते हुए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल लिंगियाडीह में बालिका गंगा को कक्षा दूसरी में और बालक अरूण साहू को कक्षा पहली में प्रवेश दिलाया गया. कलेक्टर ने उनको कार्यालय बुलाकर गणवेश, पाठ्य पुस्तक और अध्ययन के लिए अन्य जरूरी साम्रगी प्रदान की.
इन बच्चों के परिवार के पास रहने के लिए घर नहीं है इसलिए बच्चों के स्कूल के समीप ही परिवार को राजकिशोर नगर में निर्मित आवास उपलब्ध कराया गया है. बच्चों के पिता गणेश राम साहू जो रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन करते हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे क्षेत्र में स्थित झोपड़ापारा में उनका निवास था, लेकिन मकान में टूट-फूट होने से वे बेघर हो गए थे.
परिवार की विकट समस्या के चलते उनके बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो गई थी. बच्चों के पढ़ने की ललक को देखते हुए वे उनकी शिक्षा जारी रखने के लिए किसी तरह प्रयास कर रहे थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मानवीय पहल ने उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर दिया है, जिसके लिए परिवार ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आभार जताया है.
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