जयपुर। अपने पति की लंबी आयु और कुशल वैवाहिक जीवन के लिए सुहागिनों और मनवांछित वर पाने के लिए कुवांरी कन्याओं द्वारा मनाए जाने वाले गणगौर त्योहार की धमक सुनाई देने लगी है. इस अवसर पर गाए जाने वाले पारंपरिक लोकगीत सुनाई देने लगे हैं.

लगातार 16 दिन चलने वाले गणगौर पूजन में जहां भगवान शिव-पार्वती और गणगौर की आराधना की जाती हैं, वहीं गणगौर के गीत गाकर माता गौरी की प्रसन्न किया जाता है. आज हम आपको गणगौर के दौरान विभिन्न अवसरों पर गाए सबसे ज्यादा गाने वाले गीतों के कुछ अंश बता रहे हैं…

गणगौर के टॉप-10 गीत

(1) गारा की गणगौर
गारा की गणगौर कुआ पर क्यों रे खड़ी है।
सिर पर लम्बे-लम्बे केश, गले में फूलों की माला पड़ी रे।। गारा की गणगौर…

(2) हिंगलू भर बालद लाया रे
हिंगलू भर बालद लाया रे, म्हारा मान गुमानी ढोला।
कौन के आंगन रालूं रे, म्हारा मान गुमानी ढोला।।
(इसी प्रकार सूरजजी- रामल, चांदकजी- सामल के नाम लेने के बाद अपने घर वालों, घर वाली के नाम लेकर गीत को आगे गाती जाएं।)

(3) नाना अमरसिंह पागां बांधे
नाना अमरसिंह पागां बांधे, पेंचा संवारे अजमेर।
नाना अमरसिंह मोती हो पहने, चूनी संवारे अजमेर।।
(इसी प्रकार अन्य गहनों, वस्त्रों का नाम लेकर गाएं।

(4) ओ जी म्हारे आंगन कुवलो
ओ जी म्हारे आंगन कुवलो खुदा दो, जे को ठंडो पानी।।2।।
जूड़ो छोडय़ो नहाबा बैठिया, ईसरजी की रानी।
रानी से पटरानी की जो, बोले अमृत वाणी।।
(इसी प्रकार देवताओं के बाद घर वालों के नाम लें।)

(5) माथन भांवर घड़ा
माथन भांवर घड़ा री गणगौर, घड़ा री गणगौर।
रखड़ी के ऊपर नम जाती री, जरा झुक जाती री।।
(इसी प्रकार अन्य गहनों का वर्णन करें।)

(6) सोनी गढ़ को खड़को
सोनी गढ़ को खड़को म्हे सुन्यो सोना घड़े रे सुनार
म्हारी गार कसुम्बो रुदियो
सोनी धडज़े ईश्वरजी रो मुदड़ो,
(नोट- इसके आगे अपने पति का नाम लेना चाहिए)

(7) हांजी म्हारे आंगन कुओ
हांजी म्हारे आंगन कुओ खिनयदो हिवड़ा इतरो पानी
हांजी जुड़ो खोलर न्हावा बेठी ईश्वरजी री रानी
हांजी झाल झलके झुमना रल के बोले इमरत बानी
हांजी इमरत का दो प्याला भरिया कंकुरी पिगानी
(नोट- इसके आगे अपने पति का नाम लेना चाहिए)

(8) गाढ़ो जोती न रणु बाई आया
गाढ़ो जोती न रणु बाई आया
यो गोडो कुण छोड़ोवे
(नोट- इसके आगे अपने पति का नाम लेना चाहिए)

(9) रणु बाई रणुबाई रथ सिनगारियो तो
रणुबाई रणुबाई रथ सिनगारियो तो
को तो दादाजी हम गोरा घर जांवा

(10) म्हारा दादाजी के जी मांडी गणगौर
म्हारा दादाजी के जी मांडी गणगौर
म्हारा काकाजी के मांडी गणगौर
रसीया घडी दोय खेलवाने जावादो

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