शैलेन्द्र पाठक,रवि गोयल, जांजगीर.  शिवरीनारायण में वहशी दरिंदों ने हैवानियत की इंतहा कर दी. पहले तो 12वीं की एक छात्रा के साथ गैंगरेप किया और फिर अधमरी हालत में पड़ी युवती को ज़हर पिला दिया. इस मामले में गांव के ही चार युवकों पर आरोप लगा है. जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

इस मामले में खास बात यह है कि इतना गंभीर मामला होने के बाद भी पुलिस इनके रसूख के चलते पिछले 13 दिनों से आरोपियों को बचाती रही और जब राज्य महिला आयोग ने मामले पर संज्ञान लिया तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई और अब एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया.

इधर,युवती की हालत बेहद ही गंभीर बनी हुई है, वो पिछले 13 दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रही है. घटना हालांकि 13 दिन पुरानी है. लेकिन इस मामले में पुलिस ने आज एफआईआर दर्ज कराया है.

वहीं इस मामले में अब महिला आयोग ने भी स्वयं संज्ञान लिया है. इसी कड़ी में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पांडे ने अस्पताल में भर्ती ​पीड़ित युवती से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना साथ ही पांडे ने डॉक्टरों से पीड़ित युवती के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिये हैं.

जानकारी के मुताबिक नाबालिग छात्रा के पिता मजदूर हैं और छात्रा अपने दादा के साथ तेरवा इलाके में रहती है. घटना के वक्त भी छात्रा के पिता कमाने बाहर गये हुए थे. 7 मार्च के दिन छात्रा रात करीब 8.30 बजे अपने घर में थी, तभी पड़ोस के सागर यादव ने उसे फोन किया और बोला, उसकी दोस्त बुला रही है. युवती घर से निकली तो सागर यादव और लव लोनिया नाम के दो युवकों ने बाइक पर उसे ये कहकर बैठा लिया. वो उसे उसकी सहेली के घर छोड़ देगा. युवती को लेकर वो दोनों उसे मंदिर के पीछे ले गये. जहां पहले ही मंजनू लोनिया और छोटू भी मौजूद थे. चारों ने उनके साथ गैंगरेप किया और हवस मिटाने के बाद उसे मारने की नीयत से जहर पिला दिया. इस घटना के बाद चारों मौके से फरार हो गये.

बाद में युवती ने किसी तरह अपने घर पहुंचकर घटना की जानकारी दी. पहले तो उसे 24 घंटे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर वहां से बिलासपुर रेफर किया गया. तोरवा क्षेत्र के जेजे अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. जहां वो 13 दिन से जिंदगी और मौत से झूल रही है. इधर चार आरोपियों में से एक नाबालिग भी है, जो फिलहाल पुलिस की हिरासत में है.