गैंगेस्टर नीरज बवाना (Neeraj Bawana) को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) से एक दिन की कस्टडी पैरोल मिली है. उन्होंने अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए अदालत से अंतरिम जमानत की अपील की थी, जिसे हाईकोर्ट ने स्वीकार कर लिया. अदालत ने निर्देश दिया है कि नीरज बवाना को सुरक्षा के साथ 1 जुलाई को कस्टडी बेल पर रिहा किया जाएगा, ताकि वह अपनी पत्नी की देखभाल कर सकें.

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दिल्ली हाईकोर्ट ने नीरज बवाना को कस्टडी पैरोल देने का निर्णय लिया है. उनके वकील सिद्धार्थ यादव के अनुसार, नीरज को पुलिस की निगरानी में एक दिन की अंतरिम जमानत मिली है. यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि नीरज की पत्नी गंभीर रूप से बीमार हैं और पिछले दो हफ्तों से अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से चार से पांच दिन आईसीयू में बिताए हैं.

नीरज बवाना के वकील सिद्धार्थ यादव ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में गैंगवार हो रहे हैं, लेकिन उनके मुवक्किल का इससे कोई संबंध नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि नीरज बवाना इस गैंगवार में शामिल नहीं हैं और वह पिछले एक दशक से जेल में हैं. इसके अलावा, उन्हें किसी अन्य मामले में फंसाने का आरोप भी गलत है.

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दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में होगी मुलाकात

दिल्ली हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि नीरज बवाना को दिल्ली पुलिस की कड़ी सुरक्षा में उसकी बीमार पत्नी से मिलने के लिए ले जाया जाएगा. कोर्ट ने यह भी कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसे पुलिस की निगरानी में ही घर लाया जाएगा और फिर वापस जेल भेजा जाएगा. इससे पहले, जनवरी में हाईकोर्ट ने नीरज बवाना की नियमित जमानत याचिका को खारिज कर दिया था.

दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

दिल्ली एनसीआर के कुख्यात गैंगस्टरों में नीरज बवाना का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. नीरज बवाना पर कई गंभीर आपराधिक मामलों का आरोप है, जिसके चलते दिल्ली हाई कोर्ट के हालिया फैसले के बाद दिल्ली पुलिस ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. इस संदर्भ में, पुलिस नीरज बवाना की सुरक्षा के लिए आवश्यक इंतजाम कर रही है.

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हाल ही में तिहाड़ जेल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है. जेल के सूत्रों के अनुसार, विशेष रूप से उन वार्डों पर ध्यान केंद्रित किया गया है जहां गैंगस्टर और आतंकवाद के आरोपी बंदी हैं. सूत्रों ने बताया कि जेल में बहुस्तरीय सुरक्षा जांच, अतिरिक्त सीसीटीवी कवरेज और कड़े निगरानी प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं.

कौन है गैंगस्टर नीरज बवानिया?

नीरज सहरावत, जिसे नीरज बवानिया के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली-एनसीआर का एक प्रसिद्ध अपराधी है, जिसे “दिल्ली का दाऊद” के उपनाम से भी जाना जाता है. वह बवाना गांव का निवासी है और अपने गांव के नाम को अपने उपनाम के रूप में अपनाया है. वर्तमान में, वह तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन जेल में रहते हुए भी अपने आपराधिक नेटवर्क को सक्रिय रूप से संचालित करता है.

नीरज ने 2004 में, लगभग 18 वर्ष की आयु में अपराध की दुनिया में कदम रखा. प्रारंभ में, वह छोटे अपराधों जैसे छिनैती और मारपीट में संलग्न था, लेकिन जल्दी ही उसने हत्या, फिरौती, और अवैध वसूली जैसे गंभीर अपराधों में अपनी पहचान बना ली. उसका गैंग दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में सक्रिय है, जिसमें 100 से अधिक अपराधी और कई प्रशिक्षित शार्प शूटर शामिल हैं. गैंग के पास अत्याधुनिक हथियारों, जैसे अमेरिकी ऑटोमैटिक बंदूकें, होने की भी जानकारी है.

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तमाम मामले दर्ज

नीरज के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और भूमि हड़पने जैसे कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं. वह अपने गैंग के माध्यम से दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में आपराधिक गतिविधियों को संचालित करता है. 2024 में, दिल्ली पुलिस ने उसके गैंग के कई सदस्यों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था.

2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद नीरज का गैंग सुर्खियों में आया, क्योंकि मूसेवाला का संबंध बंबीहा गैंग से था, जिसे नीरज का समर्थन प्राप्त था. नीरज ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ प्रतिशोध की धमकी भी दी थी.

नीरज का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी सुरेंद्र मलिक उर्फ नीतू दाबोदा था, जिसके साथ नीरज के गैंग ने कई बार संघर्ष किया. नीतू के कई सहयोगियों की हत्या के बाद, 2013 में नीतू दिल्ली पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया. 2015 में, नीरज ने जेल वैन में नीतू गैंग के दो सदस्यों, पारस और प्रदीप भोला, की हत्या कर दी. नीरज का गैंग दिल्ली और उसके आसपास फिरौती, हत्या और गोलीबारी जैसी आपराधिक गतिविधियों में संलग्न है. हाल ही में, 30 जून 2025 को दिल्ली हाईकोर्ट ने उसे अपनी बीमार पत्नी से मिलने के लिए एक दिन की कस्टडी पैरोल दी है.