प्रतीक चौहान. रायपुर. कहने को तो आरपीएफ मुस्तैदी से ट्रेन में स्कार्टिंग यानी गश्त करती है. लेकिन इस गश्त के बावजूद रायपुर-दुर्ग होते हुए करीब ढ़ाई लाख का गांजा डोंगरगढ़ होते हुए गोंदिया तक पहुंच गया. हालांकि जिस ट्रेन से गांजा गया है उस ट्रेन में आरपीएफ/जीआरपी स्कार्टिंग नहीं करती है. इसका कारण ये है कि उक्त ट्रेन रायपुर शाम 7 बजे पहुंचती है और दुर्ग से रात 8 बजे पहुंचती है.
नागपुर रेल मंडल की आरपीएफ टीम ने इस गांजे को जब्त कर लिया है. ये पूरी कार्रवाई गोंदिया आरपीएफ पोस्ट द्वारा की गई. हालांकि ये कार्रवाई 24 फरवरी की है. लेकिन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आरपीएफ के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट में आज इसे शेयर किया गया है.
जानकारी के मुताबिक 24 फरवरी को समय 22.10 बजे मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपुर के माध्यम से मौखिक सूचना मिली कि गाड़ी क्रमांक 12807 समता एक्सप्रेस जो कि रेलवे स्टेशन डोंगरगढ़ से लगभग 10 मिनट पहले छूट गयी है तथा उक्त गाडी में तैनात रेसुब के अनुरक्षण द्वारा बताया कि मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपुर से उक्त गाड़ी के जनरल कोच में गांजा जैसे दिखनेवाला अमली पदार्थ है किंतु उक्त गाडी के इंजन तरफ अथवा गार्ड तरफ की बोगी में है. मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपुर को सम्पर्क करने पर इंजन तरफ के जनरल कोच डी-2 में विशयांकित बर्थ के नीचे गांजा जो 02 बैग लावारिस हालत में है ज्ञात हुआ.
सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक उषा बिसेन,उपनि.मयंक मिश्रा प्र.आर. एन.ई.नगराले, सुभाश ठोंबरे, आरक्षक पंकज कासारे रेसुब पोस्ट गोदिया, उपनिरीक्षक रामसिह मीना टास्क टीम ट्रेन को अटेन किया और गांजा जब्त किया.
जानकारी के मुताबिक बरामद गांजे का कुल वजन 24.702 किलोग्राम है,जिसकी कुल कीमत रुपये 2,47,020/- ( दो लाख सैतालीष हजार बीस रूपये) आरपीएफ ने आकी है. आरपीएफ ने पूरे मामले को जीआरपी गोंदिया को सौंप दिया है. हालांकि ये आरपीएफ के लिए जांच का विषय है कि उक्त गांजा किस रेलवे स्टेशन से चढ़ा.