Ganja Seized in Odisha: परलाखेमुंडी. गजपति जिले के अडवा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के नालाघाट गांव के पास एक कार से 26 किलो गांजा जब्त किया गया है. गांजा तस्करी के आरोप में दो अंतरराज्यीय माफिया सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के विकास कठुआस और रितु मीना के रूप में हुई है. इसकी जानकारी पुलिस स्टेशन अधिकारी ने दी है.
खबर के मुताबिक, अडवा थाने में केस नंबर 194/25 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. थानेदार ने बताया कि यह गांजा नालाघाट इलाके से मध्य प्रदेश में तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था.
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गांजा माफिया ने तस्करी का तरीका बदल दिया है. अब वे गांजे की पत्तियों की जगह गांजे का तेल बेचने लगे हैं. पहली बार मलकानगिरी पुलिस को इतनी बड़ी मात्रा में लिक्विड गांजा जब्त करने में सफलता मिली है. कुछ महीने पहले तेलुगु फिल्म ‘घाटी’ रिलीज हुई थी, जिसमें गांजे की तस्करी की नई तकनीक, गांजे के तेल की ऊंची कीमत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग को दिखाया गया था. अब वही सीन हकीकत में भी सामने आ रहे हैं.
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बड़ी मात्रा में गांजे की पत्तियां ले जाने के लिए बड़े वाहन की जरूरत होती है, जिससे पकड़े जाने का खतरा बढ़ जाता है. इसी वजह से पुलिस और आबकारी विभाग को चकमा देने के लिए माफिया अब आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर गांजे की पत्तियों को तेल में बदल रहे हैं. योजना थी कि इस तेल को चित्रकोंडा इलाके से राज्य के बाहर भेजा जाएगा.
लेकिन किसी सूत्र से यह जानकारी चित्रकोंडा पुलिस तक पहुंच गई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर छापा मारा. पुलिस को देखते ही आठ संदिग्ध मौके से फरार हो गए. पीछा करने के बावजूद पुलिस उन्हें पकड़ नहीं सकी.
पुलिस ने मौके से 8 बाइक जब्त कीं और जांच की. छोटी पॉलीथीन की थैलियों में भरे लिक्विड की जांच करने पर पता चला कि वह गांजे से बना तेल था. एसपी विनोद पाटिल एच. ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जब्त किए गए करीब 60 किलो गांजे के तेल की कीमत लगभग 8 करोड़ रुपये आंकी गई है.
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पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडिशनल एसपी रश्मिरंजन साहबी, बालीमेला एसडीपीओ प्रदोष प्रधान और चित्रकोंडा थाना प्रभारी ओ. नारायण खंडाई मौजूद रहे. पुलिस अब उस ठिकाने तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जहां गांजे का तेल तैयार किया जा रहा है.
जब गांजे के तेल की कीमत प्रति किलो 20 लाख रुपये से ज्यादा हो, तो इसकी तस्करी करना आसान और सुविधाजनक हो जाता है. माना जा रहा है कि गांजा तस्करी का यह नया तरीका आने वाले समय में पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है.
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