Garba Benifits: गुजरात का एक पारंपरिक नृत्य है, लेकिन बीते कुछ सालों में यह पूरी दुनिया में छाया हुआ है. हर गांव, शहर में नवरात्रि के मौके पर इसके प्रति लोगों की दीवानगी सातवें आसमान पर होती है. यह आज बहुत बड़ा बाजार भी बना गया है क्योंकि इसकी पोशक (ड्रेस) अलग ही होती है. यह नृत्य केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि बेहतरीन कार्डियो एक्सरसाइज भी करवाता है. इसके हर स्टेप को मेडिकल टर्म में समझा जाए तो तेज गति से घूमना, तालियों की धुन पर कदम मिलाना और ग्रुप में सामंजस्य बनाकर नृत्य करने से शरीर की काफी एक्सरसाइज हो जाती है.

आइए जानते हैं कि इस नृत्य को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं.

शरीर के लचीलेपन में हो सकता है सुधार

गरबा के दौरान कई प्रकार से स्टेप करने होते हैं. इससे शरीर की कई मुद्राएं बनती हैं. गरबा करने के दौरान हमारे हाथ, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों  के कई अलग-अलग मुवमेंट होते हैं, जो शरीर को ललीचा बनाते हैं. यह एक्सरसाइज जोड़ों की गतिशीलता को बढ़ाती है.

मिलती है भरपूर ऊर्जा

गरबा का अभ्यास भरपूर ऊर्जा देता है. इसका कारण है कि इसमें लगातार घूमने, कूदने और तालियों की धुन पर कदम मिलाने की क्रियाएं शामिल हैं, जिससे हार्ट बीट बढ़ती है और कैलोरी बर्न होती है. वजन घटता है. गरबा से स्टैमिना भी बेहतर होता है.

सहनशक्ति को बढ़ाता है गरबा

गरबा 2-4 मिनट में नहीं होता है, यह बहुत देर तक यानी कई घंटों तक होता है. लंबे समय तक थिरकना होता है. इससे शारीरिक सहनशक्ति भी बढ़ती है. मांसपेशियां मजबूत होती हैं. फिटनेस स्तर में सुधार होता है.

मानसिक स्वास्थ्य के लिए है लाभकारी

गरबा केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत हेल्पफुल है. इसमें संगीत की धुन पर तालमेल बिठाना होता है. इससे हमारा शरीर और मन दोनों ही साथ-साथ कम करते हैं. मन प्रसन्न होता है. हम तनाव मुक्त होते हैं. ग्रुप डांस होने की वजह से सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं. खुद के प्रति आत्मविश्वास बढ़ता है. (Garba Benifits)