पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबंद। वन्यजीवों को गांव के आसपास भटकते तो कई बार देखा गया है, मगर छत्तीसगढ़ में ऐसा शायद पहली बार हुआ है जब किसी भालू ने जंगल छोड़कर गांव के झोपड़ी में बच्चे को जन्म दिया. घटना गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर गिरहोला गांव की है. यहां आज सुबह एक किसान ने खेत जाते समय देखा कि सालों से सुने पड़े एक इंदिरा आवास के मकान में अंदर हलचल है. खिड़की से जब किसान ने देखा, तो मादा भालू एक दिन के नन्हें शावक के साथ मौजूद थी.
किसान ने इसकी जानकारी बाकी गांव वालों को दी. फिर देखते ही देखते पूरा गांव भालू देखने उस सूने मकान के पास उमड़ पड़े. इसी बीच लोगों की भीड़ देखकर मादा भालू घबरा गई और बच्चे को छोड़कर जंगल चली गई. इसके बाद घटना की सूचना वन विभाग को दी गई.
वन कर्मचारियों ने गांव में पहुंच सबसे पहले सुने झोपड़ी के आसपास के इलाके को खाली कराया. ग्रामीणों की भीड़ को वहां से हटाया और नन्हें भालू के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टर बुलाए गए. परीक्षण में नन्हा भालू स्वस्थ निकला. इसके बाद वन विभाग लोगों को उस इलाके में जाने से रोके हुए हैं. उम्मीद है कि मादा भालू जल्द आकर अपने बच्चे को ले जाएगी.