पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबंद। जिले के मैनपुर के प्रभारी तहसीलदार को हटाने को लेकर कांग्रेसियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा, तो इसका खामियाजा कांग्रेस के नेता के भाई लिपिक को उठाना पड़ा. प्रभारी तहसीलदार द्वारा लिपिक से बदसूलकी करने का आरोप लगा है. अब यह मामला थाने तक जा पहुंचा है.

दरअसल मैनपुर के प्रभारी तहसीलदार को हटाने आज यूथ कांग्रेस अध्यक्ष शाहिद मेमन और सेवा दल अध्यक्ष हिमांशु रामटेके के नेतृत्व में यूथ कांग्रेसियों ने कलेक्टर के नाम एसडीएम दफ्तर पहुंचकर ज्ञापन दिया. जिसमें कहा गया है कि तहसीलदार से संबंधित लिपिक द्वारा शादी की अनुमति के नाम पर एक हजार रुपए रिश्वत लिया जाता है. चूंकि यह सब प्रभारी के जानकारी में होता है. इसलिए प्रभारी तहसीलदार को हटाने कांग्रेसियों ने 14 दिसंबर को धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.

इस ज्ञापन को सौंपते ही बौखलाए प्रभारी तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान ने लिपिक रजनीश रामटेके को अपने चेम्बर में बुलाकर अपशब्द कहते हुए कॉलर पकड़ लिया. घबराए लिपिक ने प्रभारी तहसीलदार से खुद के जान को खतरा बताते हुए थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.

लिपिक रजनीश ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि ज्ञापन देने वाले कांग्रेसी नेताओं में एक हिमांशु रामटेके उसका सगा भाई है. नायब तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान ने छवि धूमिल और नेतागिरी कराने का आरोप मुझ पर लगा रहे हैं, जबकि उक्त ज्ञापन में लिपिक रजनिश का भाई हिमांशु से कोई लेना देना नहीं है.

मामले में नायब तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान ने कहा कि कांग्रेसियों ने जिस लिपिक पर आरोप लगाया था, उसे हटाने और कार्रवाई के लिए नोटिस दे दिया गया है. रजनीश के आरोप पर कहा कि दोनों ही मामले अलग है. एक में जोड़ना गलत है. लिपिक रजनीश को दूसरे टेबल देने कलेक्टर का आदेश था. उसी के अनुपालन में टेबल बदला जा रहा था. उसी का बौखलाहट है. मेरे द्वारा न तो पैसे की कोई मांग किया जाता है, न ही लिपिक से कोई बदसूलकी किया गया है.