रायपुर। गरियाबंद ज़िले में उदंती अभ्यारण के जंगलों की कटाई का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है. धनौरा गांव में वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है. गांव वालों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारियों ने देर रात लोगों को उठा लिया और सुबह जाकर छोड़ा गया. रात भर अपने साथ ग्रामीणों को रखने को लेकर गांव वालों में गुस्सा है. गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गया है.

उदंती अवैध कटाई मामले के मुख्य शिकायतकर्ता धनोरा गांव के लोग ही हैं. धनौरा गांव वालों की शिकायत पर अब तक 39 जंगल तस्कर की गिरफ्तारी हो चुकी हैं. गांव वालों की शिकायत पर उदंती टाइगर रिज़र्व में अवैध कटाई का खुलासा हुआ था. ग्रामीणों ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि देर रात उन्हें देवभोग के रेंज ऑफिस में रखा गया था.

तस्वीर में दिख रहे ये गांव के ग्रामीण को इसी सरकारी गाड़ी से वन विभाग के कर्मचारी छोड़ने आए हैं. सूत्रों ने बताया कि कमलसाय को वन विभाग के कर्मचारी गाड़ी में लेकर गांव छोड़ने आए हैं. कमलसाय अत्यधिक नशे में है. बात नहीं कर पा रहा है. गांव वाले गाड़ी की चाबी निकाल लिये हैं. गाड़ी और कर्मचारियों को घेर लिए हैं. गांव का माहौल तवानपूर्ण हो गया है. इसकी जानकारी पुलिस कन्ट्रोल रूम में दे दी गई है.

बता दें कि टाइगर रिजर्व उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व की इंदागांव (बफर) परिक्षेत्र के ओडिशा राज्य के सीमावर्ती वन क्षेत्रों में अतिक्रमण एवं अवैध कटाई कर कक्ष क्रमांक 1206 में करीब 5 हैक्टेयर का जंगल इन लोगों ने साफ कर दिया है. मामले में वन विभाग ने तीन अधिकारी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है.