राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। ‘ब्राह्मण अपनी बेटी का दान नहीं करता… तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए’, बयान पर IAS संतोष वर्मा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही एक सप्ताह के भीतर उनसे जवाब मांगा है। 

यह भी पढ़ें: ‘जब तक मेरे बेटे से ब्राह्मण की बेटी का संबंध नहीं बनता तब तक…’ अजाक्स का प्रांतीय अध्यक्ष बनते ही वरिष्ठ IAS ने दिया विवादित बयान, सवर्ण समाज में आक्रोश

कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग के उप सचिव संतोष वर्मा को नोटिस के माध्यम से सामान्य प्रशासन विभाग ने लिखा, ’23 नवंबर 2025 को भोपाल में आयोजित अजाक्स के प्रांतीय अधिवेशन में दिए बयान के संबंध में आपने एक परिवार में “एक व्यक्ति को आरक्षण मिलना चाहिए, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं कर दे या उससे उसका संबंध नहीं बना ले” जैसी टिप्पणी करना प्रथम दृष्टया सामाजिक समरसता को ठेस पहुंचाने और आपसी वैमनस्यता उत्पन्न करने की कोशिश माना जाता है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों से अपेक्षित आचरण के अनुरूप नहीं होकर अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता एवं गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है।

यह भी पढ़ें: ब्राह्मण बेटियों पर IAS की विवादित टिप्पणी से भड़कीं महिलाएं, कहा- ऐसा बयान देने वालों का सिर धड़ से अलग हो, इधर अनिल मिश्रा के नेतृत्व में सवर्ण समाज पहुंचा थाने

उन्होंने उन्होंने अखिल भारतीय सेवाएं (आचरण) नियम, 1968 के नियम 3(1), 3 (2) (बी) (i) (ii) का उल्लंघन किया जाकर, खुद को अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन तथा अपील) नियम, 1969 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही का भागी बना लिया है। इसलिए कारण बताएं कि इसके लिए क्यों न आपके खिलाफ अखिल भारतीय सेवा के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। अपना उत्तर इस कारण बताओ सूचना पत्र की प्राप्ति के 07 दिवस के अंदर प्रस्तुत करें। नियत समयावधि में आपका उत्तर प्राप्त न होने पर योग्य एक पक्षीय अग्रेत्तर कार्रवाई की जा सकेगी।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H