रायपुर। आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर चलाए जाने वाले घर-घर तिरंगा अभियान पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सचिव राजेश तिवारी ने निशाना साधा है. उन्होंने खादी के अलावा तिरंगे के अन्य कपड़ों के इस्तेमाल पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह स्वदेशी व बुनकरों का अपमान का है.

कांग्रेस सचिव राजेश तिवारी ने विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर तिरंगा लगाएंगे. इस निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को धन्यवाद देता हूं. प्रधानमंत्री आरएसएस के स्वयं सेवक रहे हैं, और आरएसएस से निकल कर ही भाजपा बनी है, और आज उनका हृदय परिवर्तन हो गया है. यह वही आरएसएस है, जिसने तिरंगे को राष्ट्रध्वज मानने से इंकार किया था.

आजादी के 52 वर्षों तक आरएसएस के कार्यालय में तिरंगा झण्डा नहीं, बल्कि भगवा झण्डा फहराया जाता था. पहली बार तिरंगा झण्डा 26 जनवरी 2001 को नागपुर के आरएसएस कार्यालय में जिन लोगों ने झण्डा फहराने की कोशिश की, उनके विरुद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. 2002 सें आरएसएस कार्यालय में झण्डा फहरना प्रारंभ हुआ. इसके साथ ही राजेश तिवारी ने कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा के आरएसएस के भगवा झंडा के एक दिन राष्ट्रीय ध्वज बनने वाले बयान पर प्रधानमंत्री से सवाल किया कि क्या वे देशवासियों से माफी मांगेंगे.

राजेश तिवारी ने केन्द्र सरकार झण्डा संहिता में परिवर्तन कर खादी के अलावा अन्य कपड़ों का तिरंगा झण्डा फहराने की अनुमति देने की निंदा करते हुए कहा कि खादी हमारी स्वतंत्रता आंदोलन की पहचान रही है. आजादी के आंदोलन के समय विदेशी कपड़ों की होली जलाई गई थी, और खादी को अपनाने का अपील देशवासियों से की गई थी, जिससे हमारे देश के बुनकरों को रोजगार मिल सके. प्रधामंत्री के इस निर्णय से लाखों बुनकरों को झण्डा बनाने का आर्डर मिलता वह अब नहीं मिल पाएगा.

उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि खादी से बना तिरंगा देश के आत्मबल को दर्शाता है, और इससे लाखों लोगों की जीविका जुड़ी है. आज के ऐतिहासिक दिन पर आशा है कि आप खादी से झंडा बनाने वालों की बात सुनेंगे और उनकी मांग पर संवेदनशीलता के साथ निर्णय लेंगे.

इसे भी पढ़ें : शिवजी की पूजा से मन को करें स्वस्थ्य, जानिए क्या है शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करने का सही तरीका ?