राजनांदगांव। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पीए ओपी गुप्ता पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाने वाली किशोरी परिजन के साथ लापता बताई जा रही है. इस संबंध में किशोरी के ताऊ ने राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सूचना देते हुए षड़यंत्र के तहत बड़े घटना की आशंका जताते हुए अपहरण करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

किशोरी के बड़े पिताजी ने राजनांदगांव पुलिस अघीक्षक को लिखी चिट्ठी में बताया कि पीड़ित किशोरी के साथ उसके माता-पिता के साथ छोटे भाई का 4 मार्च से कहीं पता नहीं चल रहा है. उनके किसी रिश्तेदार के घर होने की भी जानकारी नहीं मिल रही है. इससे चिंता में पड़े उसके परिवार को बड़े घटना की आशंका सता रही है.

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उन्होंने पत्र में बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पीए ओपी गुप्ता द्वारा मेरी भतीजी को पढ़ाने के लिए रायपुर में रखा गया था, जहां उसे यौन प्रताड़ना के साथ अनेक प्रकार से प्रताड़ित करने के साथ दुष्कर्म की भी किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई. इसकी उनकी भतीजी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर ओपी गुप्ता के विरुद्ध 376 एवं पास्को एक्ट के तहत कार्यवाही कर उसे जेल भेज दिया गया था.

किशोरी के बड़े पिताजी ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उसके भाई, बहू और भतीजा को षडयंत्र पूर्वक राजनांदगांव बुलाया गया, जहां उसकी भतीजी को माता-पिता के सुपर्द नामें में दिलवाकर उसे षड़यंत्रपूर्वक गायब कर दिया गया है. उन्होंने आंशका जताई है कि परिजनों को डरा-धमका कर बयान वापस लेने या उन्हे प्रताड़ना करने के साथ उनकी हत्या भी की जा सकती है.

पीड़िता के बड़े पिताजी ने पूरे प्रकरण में आरोपी ओपी गुप्ता पर संदेह जताया है, क्योंकि वह बहुत प्रभावशाली है पूर्व मुख्यमंत्री का पीए भी रहा चुका है. इसके अलावा उसने इस कार्य में बडे़-बडे़ प्रभावशाली लोग शामिल होने की आशंका जताई है. इस संबंध में मोहला थाना में 9 मार्च को गुम इंसान रिपोर्ट भी कायम करने के बाद भी पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं कर करने का आरोप लगाते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.